Covid-19: संक्रमण रोकने के लिए 31 मई तक बढ़ाई गई सख्ती, धनबाद आने वाला हर शख्स भेजा जाएगा क्वारंटाइन सेंटर

Fight Against Covid झारखंड में कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक अब दूसरे प्रदेशों से झारखंड आने वाले हर व्यक्ति की कोरोना जांच की जाएगी। साथ उसे 7 दिन तक क्वारंटाइन में रहना होगा।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 04:21 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 06:37 PM (IST)
Covid-19: संक्रमण रोकने के लिए 31 मई तक बढ़ाई गई सख्ती, धनबाद आने वाला हर शख्स भेजा जाएगा क्वारंटाइन सेंटर
धनबाद रेलवे स्टेशन पर कोविड-19 टेस्ट ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। सूबे में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को कम करने के लिए झारखंड सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत दूसरे राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति का कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही 7 दिनों तक सरकारी क्वारंटाइन में रहना होगा। इसके बाद रैपिड एंटीजन टेस्ट ( RAT) किट से कोरोना टेस्ट किया जाएगा। निगेटिव आने पर घर जाने की इजाजत दी जाएगी। झारखंड सरकार के आदेश के मद्देनजर धनबाद जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। धनबाद रेलवे स्टेशन और झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा पर सख्ती बढ़ाई जाएगी। बाहर से आने वाले हर व्यक्ति का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। गाइडलाइन में कोरोना से बचाव के लिए 31 मई तक सख्ती बढ़ा दी गई है।

7 दिन का क्वारंटाइन अनिवार्य

नई गाइडलाइन झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने जारी किया है। झारखंड में बाहर से आने वाले हर व्यक्ति की RAT से कोरोना जांच की जाएगी। पॉजिटिव पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश के तहत इलाज का प्रबंध किया जाएगा। निगेटिव होने पर भी 7 दिनों तक क्वारंटाइन में रहना होगा।

धनबाद रेलवे स्टेशन और मैथन सीमा पर हर यात्री की होगी जांच

धनबाद रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग रेल मार्ग से दूसरे प्रदेशों से आते हैं। यहां पहले से ही बाहर से आने वालों की कोरोना जांच की जा रही है। अब सरकार के आदेश के मद्देनजर सख्ती और बढ़ाई जाएगी। इसी तरह झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा मैथन और चिरकुंडा में भी जांच शिविर लगाया गया है। अब जांच के बाद बाहर से आने वालों को क्वारंटाइन किया जाएगा। 

प्रसनजीत सिन्हा का होम आइसोलेशन कैंसिल

धनबाद के उपायुक्त उमा शंकर सिंह के निर्देश पर बरमसिया में रहने वाले प्रसनजीत सिन्हा का होम आइसोलेशन तत्काल प्रभाव से कैंसिल कर दिया गया है। इस संबंध में उपायुक्त ने बताया कि प्रसनजीत सिन्हा कोरोना संक्रमित हुए थे। उन्होंने घर पर इलाज कराने के लिए होम आइसोलेशन की अनुमति सभी प्रोटोकॉल का पालन करने की शर्त पर ली थी। होम आइसोलेशन की नोडल पदाधिकारी आशा रोजलिन कुजूर ने बताया कि होम आइसोलेशन के दौरान टेलीमेडिसिन स्टूडियो से प्रतिदिन मरीजों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जाती है एवं उन्हें आवश्यक परामर्श दिया जाता है। होम आइसोलेशन के नोडल पदाधिकारी रूपेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जब टेलीमेडिसिन स्टूडियो से चिकित्सकों ने प्रसनजीत सिन्हा को फोन किया तो उन्होंने पहले फोन कॉल पर कोई रिस्पांस नहीं दिया। मरीज की स्थिति जानने के लिए बारंबार फोन किया गया। बाद में जब उन्होंने कॉल रिसीव किया तो चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार किया। प्रसनजीत सिन्हा बीसीसीएल में कार्यरत है। उन्होंने फोन पर चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार करते हुए कहा कि हम बारंबार फोन पर आपको हेल्थ की जानकारी नहीं देंगे। उनके इस व्यवहार के कारण उनका होम आइसोलेशन कैंसिल कर उन्हें क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान भूली में भर्ती करा दिया गया।

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