आजसू समर्थित मजदूर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे
संवाद सहयोगी लोयाबाद आजसू समर्थित असंगठित मजदूर शुक्रवार को बासुदेवपुर कोलियरी कार्यालय क
संवाद सहयोगी, लोयाबाद: आजसू समर्थित असंगठित मजदूर शुक्रवार को बासुदेवपुर कोलियरी कार्यालय के समक्ष शुक्रवार को अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए। वे सरदार चंद्रदेव भुइयां, मुन्ना पंडित के दंगल के मजदूरों को काम देने, चार सौ रुपये प्रति टन मजदूरी, मृत सरदारों की जगह नये सरदारों का चयन सहित अन्य मांग कर रहे हैं। धरना में शामिल मजदूरों का आरोप है कि रमेश हाड़ी सरदार बन गया है और उनके दंगल के मजदूरों को काम नहीं दे रहा है। डंप में विधि व्यवस्था के लिए पुलिस और सीआइएसएफ के जवान तैनात थे। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे चंद्रदेव भुइयां ने कहा कि वह सिर्फ दंगल के मजदूरों को काम मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि एसडीओ से वार्ता की उसे कोई सूचना नहीं दी गई है। वार्ता दोनों पक्षों के सामने होनी चाहिए। कुछ लोग एसडीओ को भ्रमित कर रहे हैं। कहा कि जब 22 दंगल के सरदार नही बदले गए तो फिर मेरी सरदारी कैसे बदल गयी। रामचन्द्र राम, कैलाश भुइयां, दशरथ मल्लाह मृत हैं। विरेंद्र साव लापता हैं। संजय बाउरी, रामदेव दास, प्रेमचंद रविदास, मुन्ना पंडित बीसीसीएल, डब्लूसीएल व एलआईसी जैसी कंपनियों में स्थायी नौकरी कर रहे हैं, तो इनके नाम पर कौन सरदारी उठा रहा है। इसी तरह अजय रवानी, गणेश भारती, मदन मल्लाह आदि आउटसोर्सिंग कंपनियों के आदमी हैं। एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र उपायुक्त से मिलकर वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए न्याय की फरियाद करेगा। धरना पर संघ के सचिव शंकर केशरी, जमीर अंसारी, गुड्डू रवानी, अर्जून नोनियां, जलाल अंसारी, राजकुमार पासवान, उमेश पासवान, रवींद्र पासवान, राहुल गुप्ता सहित अन्य मजदूर धरना बैठे हैं। सरदार रमेश हाड़ी का कहना है कि यह सच्चाई है कि वे और चंद्रदेव भुइयां सरदार हैं। चंद्रदेव भुइयां की नौकरी हो गई है। उसके दंगल के मजदूरों को काम देने के लिए तैयार हैं। मजदूरों की सूची एसडीओ को भी सौंपी गई है। कुछ लोग चंद्रदेव भुइयां की आड़ में गुमराह कर मजदूरों को लड़ाने का काम कर रहे हैं।