सत्ता में आने के बाद हेमंत सरकार किसानों के हितों पर कर रही प्रहार : अपर्णा

निरसा/पूर्वी टुंडी भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश के आह्वान पर प्रदेशव्यापी कार्यक्रम के तहत भाजपा कार्यकर्ताओं ने निरसा व पूर्वी टुंडी में अपने-अपने घरों में बैठकर मंगलवार को वर्चुअल धरना दिया। निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता मधुरेंद्र गोस्वामी सांसद प्रतिनिधि संजय महतो प्रखंड अध्यक्ष बृहस्पति पासवान राजेश कुमार साहनी आदि इसमें शामिल हुए। इस दौरान निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने कहा कि प्रदेश की हेमंत सोरेन सरकार ने चुनाव के समय किसानों से बड़े-बड़े वादे किए थे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 06:12 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 06:12 PM (IST)
सत्ता में आने के बाद हेमंत सरकार किसानों के हितों पर कर रही प्रहार : अपर्णा
सत्ता में आने के बाद हेमंत सरकार किसानों के हितों पर कर रही प्रहार : अपर्णा

निरसा/पूर्वी टुंडी : भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश के आह्वान पर प्रदेशव्यापी कार्यक्रम के तहत भाजपा कार्यकर्ताओं ने निरसा व पूर्वी टुंडी में अपने-अपने घरों में बैठकर मंगलवार को वर्चुअल धरना दिया। निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता, मधुरेंद्र गोस्वामी, सांसद प्रतिनिधि संजय महतो, प्रखंड अध्यक्ष बृहस्पति पासवान, राजेश कुमार साहनी आदि इसमें शामिल हुए। इस दौरान निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने कहा कि प्रदेश की हेमंत सोरेन सरकार ने चुनाव के समय किसानों से बड़े-बड़े वादे किए थे। लेकिन सत्ता में आने के बाद झारखंड सरकार लगातार किसानों के हितों पर प्रहार कर रही है। एक ओर मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना को बंद कर दिया गया। वहीं किसानों के ऋण माफी के नाम पर उनके साथ धोखा किया गया। धान क्रय के समय भी किसानों को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। सरकार ने जिन किसानों से धान खरीदा उनका भुगतान आज तक नहीं हो पाया है। खरीफ फसल लगाने का समय आ गया है। पैसे के अभाव में किसान कैसे खेती करेंगे। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में भी देश के किसानों के साथ साथ झारखंड के 14 लाख किसानों को दो हजार रुपये की किस्त का भुगतान कर दिया है। जिन किसानों का धान क्रय किया गया है, उनका भुगतान अविलंब हो। बीज की व्यवस्था अविलंब सुनिश्चित की जाए। पूर्वी टुंडी प्रखंड के लटानी गांव में भाजपा नेता महादेव कुम्हार व वासुदेव कुमार ने अपने घर में धरना देते हुए किसानों का धान की रकम देने की मांग की। इन्होंने कहा कि इस कोरोना महामारी के चलते रोजगार के सभी साधन बंद हैं। लोग घरों में कैद हैं। ऐसी विकट परिस्थिति के समय में सरकार ने किसानों की फसल के पैसे का भुगतान नहीं किया जो काफी दुखद है।

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