Dhanbad Water Scarcity: 72 घंटे बाद सभी 19 में से 18 जलमीनारों से शुरू हुई जलापूर्ति; साढ़े चार लाख की आबादी की बूझी प्यास
72 घंटे से शहर में जलापूर्ति सेवा बाधित थी। तीन दिन से प्यासी शहर की साढ़े चार लाख की आबादी को सोमवार को जाकर पानी नसीब हुआ। 19 में से 18 जलमीनारों से जलापूर्ति सेवा शुरू हो गई है। स्टील गेट जलमीनार से जलापूर्ति शुरू हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद: 72 घंटे से शहर में जलापूर्ति सेवा बाधित थी। तीन दिन से प्यासी शहर की साढ़े चार लाख की आबादी को सोमवार को जाकर पानी नसीब हुआ। 19 में से 18 जलमीनारों से जलापूर्ति सेवा शुरू हो गई है। सुबह साढ़े 11 बजे धनसार जलमीनार और शाम पांच बजे स्टील गेट जलमीनार से जलापूर्ति शुरू हो जाएगी। इस तरह सभी जलमीनारों से शहरवासियों को पानी मिलना शुरू हो जाएगा। गुरुवार और शुक्रवार को हुई बरसात की वजह से बिजली बाधित थी। जिसकी वजह से शहर के 19 जलमीनारों में जलापूर्ति पूरी तरह से ठप थी, हालांकि रविवार को तीन जलमीनार से जलापूर्ति बहाल हो गई। फिर भी यह नाकाफी था। बिजली की दिक्कत की वजह से पिछले 72 घंटे से सभी जलमीनार में जलापूर्ति सेवा बहाल नहीं हो सकी थी। भेलाटांड़ वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का मोटर चालू नहीं हो सका था। बिजली के साथ-साथ पानी का फ्लो भी कम है। मैथन से भेलाटांड़ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट 30 एमएलडी ही पानी पहुंचा, जबकि इससे पहले 45 एमएलडी पानी पहुंचता था। प्लांट में पानी फिल्टर करने में भी तीन से चार घंटे का समय लग रहा है। इनकी वजह से भी जल आपूर्ति में देरी हो रही है। रविवार को देर रात तक जलमीनारों को भरने का काम किया जाता रहा।
यहां बता दें कि एक जलमीनार को भरने में चार से पांच घंटे का समय लगता है। सिर्फ यही नहीं वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में जल शोधन भी किया जाता है। इसके बाद ही जलापूर्ति की जाती है। पेयजल विभाग 19 जलमीनारों के जरिए शहरी क्षेत्र की साढ़े चार लाख की आबादी को जलापूर्ति करता है।
इन जलमीनारों से होती है जलापूर्ति
स्टीलगेट, हीरापुर, पुराना बाजार, भूदा, बरमसिया, मेमको मोड़, पॉलीटेक्निक, गांधी नगर, एसएनएमएमसीएच, धोवाटांड़, धनसार, भूली, मटकुरिया, वासेपुर, चिरागोड़ा, हिल कॉलोनी, मनईटांड़, पुलिस लाइन, गोल्फ ग्राउंड।