कुंभनाथ को बचाने को हो गया खेल, परिजन बोले-हम नहीं लड़ पाएंगे मुकदमा

जमसं नेता अभिषेक ने बीजीआर आउटसोर्सिंग में घनश्याम की पत्नी को नियोजन दिलाने की भी बात कही। कहा कि आप लोग बयान पर कायम रहें केस हम लड़ेंगे। पर, पत्नी व भाई ने उनकी एक न सुनी।

By mritunjayEdited By: Publish:Sun, 13 Jan 2019 12:49 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jan 2019 12:49 PM (IST)
कुंभनाथ को बचाने को हो गया खेल, परिजन बोले-हम नहीं लड़ पाएंगे मुकदमा
कुंभनाथ को बचाने को हो गया खेल, परिजन बोले-हम नहीं लड़ पाएंगे मुकदमा

तिसरा, जेएनएन। नार्थ तिसरा की एटी देवप्रभा परियोजना में हुई घनश्याम नामक युवक की हत्या के मामले में तब नया मोड़ आया जब शनिवार की देर शाम उसके घर कांग्रेस सह जमसं नेता अभिषेक सिंह पहुंचे। भाई संतोष व घनश्याम की पत्नी ने कहा कि हम गरीब हैं। कुंभनाथ के खिलाफ केस नहीं लड़ेंगे। इस मामले को छोड़ दीजिए। अभिषेक ने उनको समझाया। बावजूद उन्होंने केस न लडऩे की रट लगाए रखी। हालांकि दोनों ने किसी के भी दबाव से इंकार किया है। हालांकि उनके केस न लडऩे की बात पर अड़े रहने से कहा जा रहा है कि परिवार पर कोई दबाव डाल रहा है। मालूम हो कि हत्या में एटी देवप्रभा परियोजना के संचालक कुंभनाथ सिंह को परिजनों ने आरोपित किया था।   

इधर जमसं नेता अभिषेक ने बीजीआर आउटसोर्सिंग में घनश्याम  की पत्नी को नियोजन दिलाने की भी बात कही। कहा कि आप लोग बयान पर कायम रहें केस हम लड़ेंगे। पर, पत्नी व भाई ने उनकी एक न सुनी। कहा कि हम लोग कोयला चुनकर दो वक्त की रोटी जुटाते हैं। केस नहीं लड़ सकते हैं। किसी से दुश्मनी ठीक नहीं है। संतोष का कहना था कि मेरा भाई चला गया। हम टेंपो चलाते हैं। उसी से परिवार का भरण पोषण करेंगे। हमें अपने हाल पर छोड़ दीजिए। तब अभिषेक वापस चले आए। इस दौरान उनके साथ गए कई जमसं समर्थकों का कहना था कि इस परिवार पर दबाव है। इसलिए वह इंसाफ लेने की भी हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। 

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