Pakur Gang Misdeed Case के आरोपित ने दुमका संप्रेषण गृह में की आत्महत्या, जांच में निकला था पॉजिटिव
दुमका संप्रेषण गृह में एक किशोर ने आत्महत्या कर ली है। उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की। यह घटना गुरुवार की है। सूचना मिलने के बाद दुमका पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
दुमका, जेएनएन। दुमका संप्रेषण गृह में एक किशोर ने आत्महत्या कर ली है। उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की। यह घटना गुरुवार की है। 15 वर्षीय किशोर सामूहिक दुष्कर्म का आरोपित था। वह पाकुड़ जिले का रहने वाला था। सामूहिक दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार करने के बाद उसे 17 अप्रैल को संप्रेषण गृह में लाया गया था। इसके एक सप्ताह के अंदर ही उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने के बाद दुमका पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
16 अप्रैल को पाकुड़ सामूहिक दुष्कर्म केस में हुई थी गिरफ्तारी
पाकुड़ में 16 अप्रैल को सामूहिक दुष्कर्म में गिरफ्तार 15 साल के बाल बंदी ने गुरूवार की सुबह हिजला रोड स्थित बाल सुधार गृह में फांसी लगाकर जान दे दी। दुमका आने के बाद उसे क्वारंटाइन कर दूसरे बाल बंदी से अलग एक कमरे में अकेले रखा गया था। नेकर और चादर से फंदा बनाकर मौत को गले लगा लिया। मेडिकल कालेज अस्पताल में दो डाक्टर की टीम ने पोस्टमार्टम करने के बाद शव को स्वजन के सुपुर्द कर दिया। गृहपति बाबर के बयान पर मुफस्सिल थाना मे यूडी केस दर्ज किया गया है। पुलिस आत्महत्या का कारण जानने का प्रयास कर रही है। पाकुड़ में एक सप्ताह पहले एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इसमें 15 साल के बंदी को गिरफ्तार कर दुमका बाल सुधार गृह भेजा गया।
कोरोना
कोरोना पॉजिटिव था किशोर
पीड़िता और दुष्कर्म में शामिल अन्य लोगों की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई थी, इसलिए 17 अप्रैल को दुमका भेजने के बाद आरोपित को दूसरे बाल बंदी से अलग एक कमरे में अकेले क्वारंटाइन कर दिया गया था। रात में दो गार्ड की डयूटी रहती थी। शाम होने पर कमरे के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया जाता था। गुरूवार की सुबह गार्ड ने कमरे का दरवाजा खोला तो आरोपित फांसी के फंदे से लटक रहा था। फांसी लगाने से पहले वह बाल्टी पर खड़ा हुआ और गले में फंदा डालने के बाद बाल्टी को गिरा दिया। आत्महत्या की खबर सुनने के बाद समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर पहुंची और डाक्टर दिलीप केसरी को बुलाकर जांच कराई। डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। दोपहर को दंडाधिकारी आसफ अली और डीएसपी विजय कुमार मौके पर पहुंचे और शव का पंचनामा तैयार कराया। सूचना मिलने पर मृतक के परिजन भी आए लेकिन वे कुछ बोलने से बचते रहे। उनका कहना था कि बेटे ने ऐसा क्यों किया, यह वह कैसे बता सकते हैं। बेटा तो उनसे दूर था। दोपहर बाद मेडिकल कालेज में शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
मौत के कारणों की होगी जांच
घटना स्थल की जांच करने के बाद थाना प्रभारी उमेश राम ने बताया कि प्रथम दृष्टया में आत्महत्या का मामला दर्ज किया गया है। आरोपित ने ऐसा क्यों किया, इसका पता नहीं चला है। बाल सुधार गृह के कर्मचारियों से बात कर मौत का कारण जानने का प्रयास किया जाएगा। इसमें किसी की लापरवाही हुई है, इसकी भी जांच की जा रही है।
बाल बंदी क्वारंटाइन था। अकेले कमरे में उसने फांसी लगाकर जान दे दी। आत्महत्या का कारण पता करने का प्रयास किया जा रहा है। लापरवाही हुई है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस हर स्तर से छानबीन की जा रही है। यूडी केस दर्ज किया गया है।
-विजय कुमार, डीएसपी दुमका