सावन के पहले सोमवार को बाबा पर जल चढ़ाने बेगूसराय के कांवरिया पहुंचे देवघर, खुली तैयारियों की पोल

बेगूसराय के कांवरियों का एक दल को सुल्तानगंज से गंगा जल लेकर पैदल यात्रा करते हुए रविवार को देवघर पहुंचा। ये सावन के पहले सोमवार को बाबा पर जल चढ़ाने की मंशा से यहां आए थे।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 06:48 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 06:57 PM (IST)
सावन के पहले सोमवार को बाबा पर जल चढ़ाने बेगूसराय के कांवरिया पहुंचे देवघर, खुली तैयारियों की पोल
सावन के पहले सोमवार को बाबा पर जल चढ़ाने बेगूसराय के कांवरिया पहुंचे देवघर, खुली तैयारियों की पोल

धनबाद, जेएनएन। बेगूसराय के कांवरिया रविवार को सुल्तानगंज से गंगा जल लेकर पैदल यात्रा करते हुए देवघर पहुंचें। ये सावन के पहले सोमवार को बाबा पर जल चढ़ाने की मंशा से यहां आए थे, लेकिन रविवार को देवघर पहुंचने के बाद इन्हें जब यह पता चला कि इस बार बाबा का पट लॉकडाउन की वजह से बंद है और किसी को पूजा करने की इजाजत नहीं है तो ये लोग निराश वापस लौट गए। कांवरियों के दल में पांच सदस्य शामिल थे जिसमें तीन पुरूष एवं दो महिलाएं थीं।

दल के राजेश पासवान ने कहा कि बड़े उल्लास से सुल्तानगंज से गुरूवार को गंगाजल उठाकर बोलबम की पैदल यात्रा कर यहां पहुंचे थे। कहा कि जैसे ही सीता होटल के पास पहुंचे तो वहां तैनात पुलिस कर्मियों ने रोक दिया। सुल्तानगंज से बाबाधाम तक आने के दौरान रास्ते में कई पुलिसकर्मी मिले। इनमें से किसी ने भी आगे जाने से नहीं रोका। कहा कि बाबा के आंगन तक पहुंच कर गंगाजल नहीं चढ़ाने का मन में मलाल रहेगा। कांवर का जल तीर्थ पुरोहित को देकर वापस लौट रहे हैं।

प्रशासनिक तैयारियों की खुली पोल : इस बार सावन में बाबानगरी देवघर तक शिवभक्त नहीं पहुंचें, इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर मुकम्मल तैयारी की गई है। प्रशासन का दावा है कि जानकारी के अभाव में कोई कांवरिया कांवर लेकर देवघर तक नहीं आएं, इसके लिए बिहार और झारखंड की सीमा दुम्मा बार्डर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। इसके बावजूद सुल्तानगंज से जल लेकर कांवरियों का एक दल देवघर पहुंच गया। इस दौरान रास्ते में किसी ने उन्हें रोका तक नहीं। यह प्रशासन की तैयारियों पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।

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