पॉजिटिव आई पांच स्‍वजनों की कोरोना जांच रिपोर्ट तो धनबाद छोड़ बंगाल भागे अरबपति बिल्डर

धैया के एक अरबपति बिल्डर के परिवार के पांच सदस्यों को कोरोना संक्रमण हो गया है। इसके बाद बिल्डर सभी 5 सदस्यों को लेकर जिला प्रशासन को बिना बताए दुर्गापुर चले गए हैं। इनके संपर्क में आने वाले दूसरे लोगों पर भी अब संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 09:27 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 09:27 AM (IST)
पॉजिटिव आई पांच स्‍वजनों की कोरोना जांच रिपोर्ट तो धनबाद छोड़ बंगाल भागे अरबपति बिल्डर
जिला प्रशासन की टीम ने बिल्डर को धनबाद आने को कहा।

मोहन गोप, धनबाद: धैया के एक अरबपति बिल्डर के परिवार के पांच सदस्यों को कोरोना संक्रमण हो गया है। इसके बाद बिल्डर सभी 5 सदस्यों को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को बिना बताए पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर चले गए हैं। इनके संपर्क में आने वाले दूसरे लोगों पर भी अब संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।

ऐसे लोगों पर दर्ज कराया जाएगा केस: काफी मशक्कत के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस बिल्डर का पता ढूंढ़ निकाला। जिला प्रशासन की टीम ने बिल्डर को धनबाद आने को कहा। साथ ही कोविड गाइडलाइन के उल्लंघन के बारे में बताया। बताया गया कि धनबाद में इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है, लेकिन प्रशासन के अनुरोध के बावजूद बिल्डर अभी अपने स्‍वजनों के साथ धनबाद नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत ऐसे लोगों पर एफआइआर करने की तैयारी में है।

धैया में है ऑफिस, एक दर्जन लोग करते हैं काम: उक्‍त बिल्डर का ऑफिस धैया में है। बताया जाता है पिछले दिनों वह बाहर से आए थे। उनके यहां में लगभग एक दर्जन कर्मचारी काम करते हैं। विभागीय सूत्रों की मानें तो बिल्डर के संपर्क में कई कर्मचारी भी आए हैं, लेकिन गुपचुप तरीके से इसकी जानकारी दिए बगैर ही बिल्डर ने जिला छोड़ दिया है। ऐसे में उनके संपर्क में आने वाले कर्मचारियों को भी अपनी जांच कराने का निर्देश जिला प्रशासन ने दिया है। इसे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया है। ऑफिस के तमाम कर्मचारियों की कांटैक्ट ट्रेसिंग करके जांच करने की तैयारी की जा रही है।

धनबाद में गंभीर मरीजों के इलाज की भी पूरी व्यवस्था: जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी डॉक्टर राजकुमार सिंह ने बताया कि धनबाद के सरकारी कॉलेज अस्पताल में इलाज की तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। अब संक्रमण से गंभीर रूप से ग्रसित होने वाले मरीजों की भी इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है। सभी जरूरी और महंगी वैक्सीन भी कोविड सेंटर में उपलब्ध कराई गई है। 60 वेंटीलेटर, 30 आइसीयू सहित 350 सौ से अधिक बेड तैयार हैं।

डॉ. राजकुमार सिंह ने कहा कि संक्रमित होने के बाद जो व्यक्ति अपनी जानकारी छुपा रहे हैं और जिला या राज्य छोड़ रहे हैं, ऐसे लोगों पर जिला आपदा प्रबंधन अधिनियमनियम के तहत केस किया जाएगा। बिल्डर अपने स्वजनों के साथ बाहर चले गए हैं। यह कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन है। ऐसे लोगों से अपील है कि महामारी के इस दौर में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें, ताकि समुदाय को संक्रमण के खतरे से बचाया जा सके।

chat bot
आपका साथी