IIT (ISM) धनबाद के स्टूडेंट्स के सिर पर अब भी सवार है कोरोना का खौफ, 65 फीसद नहीं लाैटना चाहते कैंपस
IIT (ISM) Dhanbad आनलाइन इंटरनल सर्वे में यह जानने का प्रयास किया गया कि कैंपस आने के लिए हम कितने तैयार हैं। यह बात सामने आई कि 35 फीसदी छात्रों ने कैंपस वापस लौटने की तैयारी कर ली है। वहीं 65 फीसदी ने अबतक कोई योजना नहीं बनाई है।
जागरण संवाददाता धनबाद। आइआइटी ( आइएसएम) धनबाद के छात्र कैंपस लौटना नहीं चाहते। तीन दिनों में केवल 280 छात्र ही कैंपस लौटे हैं। दरअसल आईआईटी धनबाद के बीटेक फाइनल इयर के छात्र-छात्राओं को 20 सितंबर तक कैंपस में रिपोर्ट करने को कहा गया था। लेकिन अभी तक केवल 15 फीसद छात्र-छात्राएं ही कैंपस पहुंचे हैं। 65 फीसदी छात्र-छात्राओं ने कैंपस आने की कोई योजना नहीं बनाई है। यह खुलासा बीटेक फाइनल सेमेस्टर के छात्रों के खुद के इंटरनल सर्वे में हुआ है।
कोरोना के कारण शैक्षणिक प्रबंधन बड़ी चुनाैती
आनलाइन इंटरनल सर्वे में यह जानने का प्रयास किया गया कि कैंपस आने के लिए हम कितने तैयार हैं। सर्वे में यह बात सामने आई कि 35 फीसदी छात्रों ने कैंपस वापस लौटने की तैयारी कर ली है। वहीं 65 फीसदी ने अबतक कोई योजना नहीं बनाई है। 28 फीसदी छात्र यह मानते हैं कि कोरोना महामारी के कारण शैक्षणिक प्रबंधन करना चुनौतीपूर्ण होगा। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि 66 फीसदी छात्र सोचते हैं कि क्लास का संचालन व परीक्षा का आयोजन अभी अनिश्चित है। वहीं 52 फीसदी छात्रों का मानना है कि प्लेसमेंट इंटरव्यू की उनकी तैयारी में बाधा उत्पन्न होगी। 28 फीसदी छात्रों ने माना है कि शैक्षणिक प्रबंधन चुनौतीपूर्ण होगा। 40 फीसदी छात्रों का कहना है कि क्या कोविड-19 के प्रोटोकॉल व एसओपी का पालन किया जाएगा।
18 मार्च, 2021 से घर पर हैं स्टूडेंट्स
बताते चलें कि 18 मार्च, 2020 से कोरोना महामारी के कारण बीटेक के छात्र-छात्राएं अपने-अपने घर से पढ़ाई व परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। बीटेक छात्रों के लिए डेढ़ साल बाद कैंपस खोला जा रहा है। पहले चरण में पीएचडी छात्र एक सितंबर को आईआईटी धनबाद कैंपस पहुंच चुके हैं। अब 20 सितंबर को बीटेक फाइनल, एमटेक फाइनल सेमेस्टर के छात्रों को बुलाया गया था। कैंपस आने के पहले छात्रों ने खुद छात्रों के लिए ऑनलाइन इंटरनल सर्वे किया। सर्वे में दो सौ से अधिक छात्रों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। 94 फीसदी छात्रों ने उत्तर दिया है।