बीआइटी सिंदरी के 500 छात्रों ने जाना तनाव प्रबंधन, शिक्षण कौशल का मिला टिप्स

इंडक्शन कार्यक्रम के तहत आर्ट ऑफ लिङ्क्षवग की ओर से इसका आयोजन किया गया था। इसमें लगभग 500 छात्र शामिल हुए। कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को एकाग्रता शिक्षण कौशल तनाव प्रबंधन के उपाय बताए गए। सुदर्शन क्रिया की जानकारी दी गई।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 03 Jan 2021 11:55 AM (IST) Updated:Sun, 03 Jan 2021 11:55 AM (IST)
बीआइटी सिंदरी के 500 छात्रों ने जाना तनाव प्रबंधन, शिक्षण कौशल का मिला टिप्स
सुदर्शन क्रिया के निरंतर अभ्यास से मन सजग व तनावमुक्त रहता है।

धनबाद, जेएनएन। बीआइटी ङ्क्षसदरी के प्रथम वर्ष के इंजीनियङ्क्षरग छात्रों के लिए छह दिनों का ऑनलाइन स्टूडेंट एक्सीलेंस एंड लर्निंग प्रोग्राम (एसईएलपी) शनिवार को संपन्न हो गया। इंडक्शन कार्यक्रम के तहत आर्ट ऑफ लिङ्क्षवग की ओर से इसका आयोजन किया गया था। इसमें लगभग 500 छात्र शामिल हुए।  कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को एकाग्रता, शिक्षण कौशल, तनाव प्रबंधन के उपाय बताए गए। सुदर्शन क्रिया की जानकारी दी गई। इसके निरंतर अभ्यास से मन सजग व तनावमुक्त रहता है।

बीआइटी ङ्क्षसदरी के निदेशक डॉ. डीके ङ्क्षसह, कॉलेज एसईएलपी कोऑर्डिनेटर आरके वर्मा और डॉ.अरङ्क्षवद के सहयोग से आठ बैच में आर्ट ऑफ लिङ्क्षवग के 16 प्रशिक्षकों ने दो-दो घंटे में कार्यक्रम किया। प्रशिक्षक अनुप्रिया गुप्ता, सोनाली ङ्क्षसह, मयंक ङ्क्षसह, विभु गौतम, सुमित कुमार, निशांत कुमार, प्रशांत गुप्ता, रिया तायल, विवेक जैन, श्रेया सिन्हा, शशांक शेखर, शारदा कुमारी, पूजा शर्मा, अनूप ङ्क्षसह ने कार्यक्रम का सरल और सहज तरीके से संचालन किया। मयंक ङ्क्षसह ने बताया कि चार जनवरी को आइआइटी आइएसएम के 650 विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन एसईएलपी वर्कशॉप शुरू होने जा रहा है।

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