आयुष्मान भारत से जुड़े धनबाद के 31 निजी अस्पतालों की होगी जांच, NHM Jharkhand के निदेशक के निर्देश के बाद खलबली

आयुष्मान भारत के तहत जिले में 31 निजी अस्पताल सूचीबद्ध हैं। इन अस्पतालों में संक्रमण की दूसरी लहर में मरीजों के लिए 50 फीसदी बेड कर रखे गए थे। इस दौरान कई अस्पतालों में खामियां मिलने के बाद जिला प्रशासन ने शो कोज किया था।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 18 Aug 2021 09:57 AM (IST) Updated:Wed, 18 Aug 2021 09:57 AM (IST)
आयुष्मान भारत से जुड़े धनबाद के 31 निजी अस्पतालों की होगी जांच, NHM Jharkhand के निदेशक के निर्देश के बाद खलबली
आयुष्मान भारत के तहत धनबाद में 31 निजी अस्पताल सूचीबद्ध।

जागरण संवाददाता, धनबाद। कोरोनावायरस की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए आयुष्मान भारत से जुड़े जिले के सभी निजी अस्पतालों में चिकित्सकीय सुविधा की जांच की जाएगी। इन निजी अस्पतालों में मानव संसाधन चिकित्सकीय सुविधाएं आदि की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की टीम लेगी। इसके साथ ही इन अस्पतालों कमियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। अस्पतालों में कमियां पाई जाएंगी। उन्हें आयुष्मान भारत की सूची से हटाने का काम होगा। इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक उमाशंकर सिंह ने धनबाद सहित राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन को निर्देश दिया है। निर्देश के बाद ऐसे सूचीबद्ध निजी अस्पतालों की जांच की तैयारी शुरू हो गई है। इन अस्पतालों पर खर्च होने वाली रकम ट्रेजरी में जमा राशि की भी जानकारी निदेशक ने मांगा है।

जिले में 31 निजी अस्पताल में सूचीबद्ध

आयुष्मान भारत के तहत जिले में 31 निजी अस्पताल सूचीबद्ध हैं। इन अस्पतालों में संक्रमण की दूसरी लहर में मरीजों के लिए 50 फीसदी बेड कर रखे गए थे। इस दौरान कई अस्पतालों में खामियां मिलने के बाद जिला प्रशासन ने शो कोज किया था। अब संभावित तीसरी लहर को देखते हुए पहले से इन अस्पतालों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है। जो अस्पताल मानकों पर खरा नहीं करेंगे, उनका करार रद्द किया जाएगा।

मरीजों के लिए रखने होंगे आईसीयू बेड

निर्देश में मिशन डायरेक्टर ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दौरान ऐसे निजी अस्पतालों को कम से कम 10 बेड आईसीयू का रखना होगा। ताकि संक्रमित गंभीर मरीजों को समय पर अस्पताल में इलाज की सुविधा मिल पाए। अभी अस्पताल में दवा की भी पर्याप्त मात्रा में स्टॉक रहना चाहिए। इसके लिए पहले से ही दवाओं की लिस्ट अस्पताल में रखनी है। निर्देश के बाद सिविल सर्जन ने सभी प्रखंड चिकित्सा प्रभारियों को तत्काल संबंधित क्षेत्र के निजी अस्पताल का निरीक्षण करने को कहा है।

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