Dhanbad: जगन्नाथ मंदिर का मनाया जाएगा 26वांं स्थापना दिवस, तैयारी अंतिम चरण में

जोड़ा फाटक स्थित जगरनाथ मंदिर का 26 वांं स्थापना दिवस गुरुवार को मनाया जाएगा। स्थापना दिवस की को लेकर तैयारी अंतिम चरण में है। मंदिर के सचिव महेश्वर रावत ने बताया कि स्थापना दिवस कि सुबह भगवान जगन्नाथ बलराम व बहन सुभद्रा की पूजा आराधना कर कार्यक्रम प्रारंभ की जाएगी।

By Atul SinghEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 12:01 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 12:01 PM (IST)
Dhanbad: जगन्नाथ मंदिर का मनाया जाएगा 26वांं स्थापना दिवस, तैयारी अंतिम चरण में
जोड़ा फाटक स्थित जगरनाथ मंदिर का 26 वांं स्थापना दिवस गुरुवार को मनाया जाएगा। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जासं, धनबादः  जोड़ा फाटक स्थित जगरनाथ मंदिर का 26 वांं स्थापना दिवस गुरुवार को मनाया जाएगा।  स्थापना दिवस की को लेकर तैयारी अंतिम चरण में है। मंदिर के सचिव महेश्वर रावत ने बताया कि स्थापना दिवस कि सुबह भगवान जगन्नाथ, भगवान बलराम व बहन सुभद्रा की पूजा आराधना कर कार्यक्रम प्रारंभ की जाएगी। इसके बाद हवन की जाएगी। हवन के बाद प्रभु जगन्नाथ का भजन कीर्तन आयोजन किया जाएगा संध्या तक चलेगा। पूजा व हवन के बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा। मंदिर परिसर को पूरी तरह आकर्षक रंगो से रंगा गया है। तथा आकर्षक तरीके से विद्युत सज्जा तथा पुष्प सज्जा किया जाएगा। साथ ही बताया गया कि प्रत्येक वर्ष स्थापना दिवस पर मंदिर परिसर में उड़ीसा पूरी के जगन्नाथ मंदिर की भजन मंडली द्वारा एक से बढ़कर एक भक्ति गीत प्रस्तुत किए जाते हैं। जिसमें आसपास के श्रद्धालुओं की भीड़ भजन देखने के लिए शामिल होते थे। लेकिन इस बार कोरोना के कारण श्री श्री जगन्नाथ सेवा संघ संस्था की ओर से शहर के भजन मंडली द्वारा छोटे स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मंदिर के स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मंदिर समिति के अध्यक्ष जीएस महापात्रा, कार्यकारी अध्यक्ष आईसी बारकी, सचिव महेश्वर रावत, कोषाध्यक्ष रचनाकार मल्ली, एडवाइजर बाबू जेना, डा. एनएम दास, डा. एनआर महापात्रा, डा. पुरोहित, संजय सिंह, मिथिलेश सिंह, देवेंद्र नाथ साहू, गुड्डू मल्लिक, पीजे जेना, संजय सिंह आदि का सहयोग रहेगा। 

उड़ीसा के जगन्नाथ मंदिर की तरह सजाया जाएगा

जोड़ा फाटक स्थित जगन्नाथ मंदिर को 26 वा वर्षगांठ पर उड़ीसा के जगन्नाथ मंदिर की तरह सजाया जाएगा। मंदिर का रंग भी जगन्नाथ मंदिर की तरह ही किया जा रहा है। जो अंतिम चरण में है। मंदिर के अंंदर का भी आकर्षक तरीकेे से सजाया गया है। जिसेे देखते श्रद्धालुओं का मन मोह लेगी। 

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