10 लाख देकर भी 170 किसानों को नहीं मिला सोलर पंप
सरकार की कुसुम योजना के तहत किसानों को अनुदानित दर पर सोलर पंप दिया जाना था। लेकिन दो साल का समय बीत जाने के बाद भी जिले के 170 किसानों को यह सोलर पंप नहीं मिल पाया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : सरकार की कुसुम योजना के तहत किसानों को अनुदानित दर पर सोलर पंप दिया जाना था। लेकिन दो साल का समय बीत जाने के बाद भी जिले के 170 किसानों को यह सोलर पंप नहीं मिल पाया है। सोलर पंप के लिए जेआरईडीए ने करीब दस लाख रुपये भी जमा करा लिए थे, लेकिन अब तक किसानों को ना तो राशि वापस मिली है और ना ही सोलर पंप। ऐसे में किसान अब ठगा महसूस कर रहे हैं।
वर्ष 2019 में किसानों को सिचाई का साधन उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से कुसुम योजना लायी गई थी। इस योजना के तहत किसानों को अलग-अलग हॉर्स पावर वाला सोलर पंप दिया जाना था। सोलर मोटर पंप की आपूर्ति जेआरईडीए के तहत होनी थी। अलग-अलग हार्स पावर के सोलर मोटर पंप के लिए किसानों से 5000, 7000 और 10,000 रुपये तक जेआरईडीए के खाता में जमा करवाया गया। धनबाद के करीब 170 किसानों ने सोलर मोटर पंप के लिए आवेदन किया और प्रावधान अनुसार राशि जमा की। देखते ही देखते दो साल का समय बीत गया। इसके बावजूद भी किसानों को मोटर पंप नहीं मिला और ना ही जेआरईडीए राशि ही वापस कर रही है। एक अनुमान के मुताबिक करीब दस लाख रुपये से भी अधिक की राशि धनबाद जिला के किसानों की जेआरईडीए के पास जमा है।
जीतपुर तोपचांची के किसान अरूण कुमार महतो ने बताया कि कृषि विभाग की ओर से इस योजना का प्रचार प्रसार किया गया था। विभाग के स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। सीधे रूप से जेआरईडीए से फॉर्म भराया गया और राशि जमा करा दी गई। अब कृषि विभाग इस योजना को लेकर हाथ खड़े कर रहा है। जेआरईडीए रांची के पास बार-बार आग्रह करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किसान अर्जुन रजवार की मानें तो समय पर सोलर पंप मिल जाता तो उनकी खेती अच्छी हो जाती, लेकिन खेतों में फसलों को जहां तहां से पानी पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि सोलर मोटर पंप नहीं दिया जाता है तो कम से कम उनकी राशि ही वापस कर दी जाए।