लावारिस का वारिस बन किया पिंडदान; बरवाअड्डा के कार्यकर्ताओं ने 13 दिनों तक विधि-विधान से किया कर्मकांड Dhanbad News
बरवाअड्डा में कुछ दिन पहले जूता दुकान चलाने वाले नेवाल किशोर बहादुर की मौत हो गई थी। नेपाल के मूल निवासी नेवाल पिछले 30 वर्षों से बरवाअड्डा में रहकर जूता दुकान चला रहे थे। परिवार में कोई नहीं था। इतने वर्षों में आसपास के लोगों से गहरा रिश्ता बन गया।
जागरण संवाददाता, धनबाद: बरवाअड्डा में कुछ दिन पहले जूता दुकान चलाने वाले नेवाल किशोर बहादुर की मौत हो गई थी। नेपाल के मूल निवासी नेवाल पिछले 30 वर्षों से बरवाअड्डा में रहकर जूता दुकान चला रहे थे। इनके परिवार में कोई नहीं था। इतने वर्षों में आसपास के लोगों से गहरा रिश्ता बन गया। बस फिर क्या था, बरवाअड्डा के कार्यकर्ता लावारिस के वारिस बन गए।
हिंदू रीति-रिवाज के साथ ससम्मान अंत्येष्टि की। 13 दिनों तक सभी नियमों का पालन करते हुए कर्मकांड किया। बुधवार को नेवाल बहादुर की आत्मिक शांति के लिए विधि विधान से कर्मकांड हुआ। चार घंटे तक प्रक्रिया चली। इसके बाद ब्रह्म भोज का आयोजन हुआ।
बरवाअडडा और इसके आसपास के लगभग 500 लोगों को भोजन कराया गया। धनबाद में यह संभवत: पहला ऐसा मामला है जिसमें लोगों ने आगे बढ़कर किसी लावारिस का अंतिम संस्कार करने के बाद भोज का आयोजन किया। इस कार्य में बरवाअड्डा चैंबर, ह्यूमैनिटी ग्रुप धनबाद एवं नव भारत हिंदू जागरण मंच के सदस्यों ने मिलकर टुंडी रोड स्थित बजरंगबली मंदिर के निकट सामूहिक भोज का आयोजन किया।
इस दौरान लोगों ने दिवंगत आत्मा के नाम पुष्प अर्पित कर प्रसाद के रूप में 500 लोगों ने भोजन ग्रहण किया। 11 ब्राह्मणों के भोजन और दक्षिणा से इसकी इसकी शुरूआत की गई थी। इसके पश्चात लालमणि वृद्धाश्रम टुंडी के वृद्धजनों को भी भोजन प्रदान किया।
हिंदू रीति-रिवाज व मंत्रोच्चार के साथ पूजा-पाठ कर पप्पू सिंह ने पिंडदान किया। इस अवसर पर मनोज पांडेय, शंकर शर्मा, राजकुमार मंडल, पीतांबर हजारी, मनोज विश्वकर्मा, शंभू नारायण झा, मिथिलेश दास, अजय राय, सपन ओझा, रंजीत शर्मा, दिलीप रवनी, बजरंगी राय, विक्रम मंडल, रविसंगम यादव, अनीश वर्मा, शैलेश ठाकुर उपस्थित थे।