Dhanbad Crime News: 21 दिनों में घरेलू हिंसा के 104 मामले महिला थानेे पहुंचे, नहीं दर्ज हुई एक भी प्राथमिकी

कोरोना काल में जहां पूरा देश लॉकडाउन में रहा लोग अपने-अपने घरों में रहने के लिए विवश हुए। ऐसी स्थिति में घरेलू हिंसा भी काफी बढ़े। खासकर पति- पत्नी सास -बहू के बीच विवाद के दर्जनो मामले महिला थाना तक पहुंचे।

By Atul SinghEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 09:55 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 01:32 PM (IST)
Dhanbad Crime News: 21 दिनों में घरेलू हिंसा के 104 मामले महिला थानेे पहुंचे, नहीं दर्ज हुई एक भी प्राथमिकी
कोरोना काल में जहां पूरा देश लॉकडाउन में रहा लोग अपने-अपने घरों में रहने के लिए विवश हुए। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

धनबाद, जेएनएन: कोरोना काल में जहां पूरा देश लॉकडाउन में रहा लोग अपने-अपने घरों में रहने के लिए विवश हुए। ऐसी स्थिति में  घरेलू हिंसा भी काफी बढ़े। खासकर पति- पत्नी, सास -बहू के बीच विवाद के दर्जनो मामले महिला थाना तक पहुंचे।

सभी मामलों को पुलिस ने समझा-बुझाकर ही शांत कराया, पर कोरोना काल, वर्ष 2020 के समाप्त होने के बाद भी नए साल दांपत्य जीवन के लिए कुछ अच्छा संकेत लेकर नहीं आया है। यही वजह है कि घरेलू हिंसा अब भी बढ़ रहे हैं। महिला थाना से प्राप्त आंकड़े बताते हैं कि नए वर्ष के 21  में कुल 104 मामले घरेलू हिंसा के आ चुके हैं। पति पत्नी, सांस बहू के बीच झगड़ा बदस्तूर अब भी जारी है। वर्ष 2021 के जनवरी 21 तक कुल 104 मामले महिला थाना में आए हैं। अधिकांश मामले पति पत्नी वह सांस बहू के बीच  विवाद के है। कुछ मामले ऐसे हैं जिसमें पत्नी ने पति पर शादी के कुछ दिन बाद से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। तो कुछ पत्नी से पति नाखुश। घर में आलू का पराठा नहीं बना तो। पति ने पत्नी की पिटाई कर दी। तो कभी पत्नी पति पर इस बात से नाखुश कि वह दूसरी लड़की से बात करता है। ऐसे कई मामले महिला थाना में जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र से आए। उन मामलों को पुलिस  काउंसलिंग कर समझा-बुझाकर शांत करा रही है। नये साल में दो मामले प्रेमी- प्रेमिका के भी आए। दोनों घर से भाग कर शादी किए और पारिवारिक दबाव में आकर महिला थाना में सरेंडर कर दिया। पुलिस दोनों परिवार को आपस में मिलाने की भूमिका भी अदा की। कुल मिलाकर 104 मामले आए जिसमें एक भी प्राथमिकी महिला थाना को दर्ज करने की जरूरत नहीं पड़ी।

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