Sawan 2021: धनबाद के दस गांव के लोग सावन में करते हैं पूजन व जलाभिषेक

धोकरा शिव मंदिर में आसपास के दस गांव के लोग सावन में पूजा व जलाभिषेक करने आते हैं। सावन की प्रत्येक सोमवारी को यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। मंदिर की श्रद्धा गांव वालों के प्रति इतना अटूट है कि जो भी शिव पूर्ण रूप से पूरी करती है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 04:59 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 05:06 PM (IST)
Sawan 2021: धनबाद के दस गांव के लोग सावन में करते हैं पूजन व जलाभिषेक
धोकरा शिव मंदिर में आसपास के दस गांव के लोग सावन

जासं, धनबादः धोकरा शिव मंदिर में आसपास के दस गांव के लोग सावन में पूजा व जलाभिषेक करने आते हैं। सावन की प्रत्येक सोमवारी को यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। मंदिर की श्रद्धा गांव वालों के प्रति इतना अटूट है कि जो भी मन्नत मागते हैं भगवान शिव पूर्ण रूप से पूरी करती है। यहां दूर दूर से लोग पूजा अर्चना करने आते हैं। इस मंदिर में भोगता पूजा पर भी बेहद भीड़ होती है। मेला का भी आयोजन किया जाता है। शिव भक्त तीन दिन उपवास कर अपने शरीर पर कील चुभो कर पूजा संपन्न मानते हैं। 

मंदिर का इतिहास

धोकरा शिव मंदिर 1922 में निर्माण किया गया है। उस वक्त गांव के बुजुर्गों ने मंदिर की जगह एक छोटा शिवलिंग देखा था। तभी सभी गांव वालों ने बैठक कर सभी के निर्णय से वहां मंदिर निर्माण किया गया। तब से लेकर वहां सावन महीने में पूजा अर्चना की जा रही है। तथा मंदिर को विशेष रूप से साज-सज्जा किया जा रहा है। भगवान शिव को सावन का महीना अत्यंत ही प्रिय होता है। इस महीने में धोखरा शिवालयों में भारी संख्या में शिव भक्त शिवलिंग पर जल अर्पित करते हैं। 

मंदिर की विशेषता

धोखरा शिव मंदिर के प्रति लोगों की आस्था व भक्ति इतनी अधिकरी गहरी है कि पूजा आराधना करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। इस मंदिर के प्रति गांव वालों के साथ बाहर के लोगों की आस्था इतनी अधिक गहरी है कि मंदिर के किसी भी कार्य में सहयोग करने से पीछे नहीं हटते हैं। कोरोना के कारण इस बार सादगी तरीके से सावन में पूजा आराधना की जाएगी। 

वर्जन

इस मंदिर को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए पुराने मंदिर को नव निर्माण कर बनाया जा रहा है। सावन की सोमवारी के लिए विशेष रुप से साज सज्जा किया जाता है। इस मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में जो भी पूजा अर्चना कर श्रद्धा भक्ति से मन्नते मांगते हैं पूर्ण रूप से पुरी होती है।

नरेश महतो, शिव मंदिर अध्यक्ष व देखरेख करनेवाले

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