धनबाद में प्रदूषण कम करने के लिए खर्च होंगे 10 करोड़, बीसीसीएल के साथ योजना बनाएगा नगर निगम Dhanbad News

झरिया-धनबाद में बढ़ते प्रदूषण से पार पाने में अब नगर निगम की भी अहम भूमिका होगी। एनसीएपी के तहत झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने धनबाद को 10 करोड़ रुपये आवंटित किया है।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 07:31 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jan 2020 08:08 AM (IST)
धनबाद में प्रदूषण कम करने के लिए खर्च होंगे 10 करोड़, बीसीसीएल के साथ योजना बनाएगा नगर निगम Dhanbad News
धनबाद में प्रदूषण कम करने के लिए खर्च होंगे 10 करोड़, बीसीसीएल के साथ योजना बनाएगा नगर निगम Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। झरिया और धनबाद के बढ़ते प्रदूषण से पार पाने के लिए अब नगर निगम की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। नेशनल क्लीयर एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) के तहत झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने धनबाद नगर निगम को 10 करोड़ रुपये आवंटित किया है। इस राशि का उपयोग प्रदूषण की रोकथाम के लिए किया जाएगा। इसमें डस्ट का उठाव, पानी का छिड़काव, जगह-जगह पौधारोपण और जागरूकता अभियान शामिल है।

दरअसल केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने देश के 23 राज्यों के 122 शहरों में प्रदूषण के स्तर से निपटने के लिए नेशनल क्लीयर एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) बनाया है। इसमें धनबाद भी शामिल है। इसके अलावा भी नगर निगम ने बीसीसीएल के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदूषण पर काम करने की योजना बनाने का निर्णय लिया है। 

एनसीएपी के तहत होंगे ये काम

कोलियरी व ओपनकास्ट माइनिंग से निकलने वाले वाहन ढंके होने चाहिए। रोड स्वीपिंग मशीन से सड़कों की सफाई।  समय-समय पर पानी का छिड़काव। जगह-जगह वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी कंटीन्यूअस एंबिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम (सीएएमक्यूएमएस) की स्थापना। मोबाइल इंफोर्स यूनिट (एक गाड़ी और एक स्टाफ), जो प्रदूषण के कारकों पर नजर रखे।  प्रदूषित इलाकों एवं खाली जगह पर पौधारोपण। खुले स्थानों, पार्क और सड़क किनारे पौधारोपण। कचरे का सही तरीके से निस्तारण। लोगों में हरियाली को लेकर जागरूकता अभियान। 15 साल पुरानी गाडिय़ों पर रोक, ट्रैफिक जाम की समस्या से मिले निजात।

नगर आयुक्त ने कहा : प्रदूषण नियंत्रण पर काम करने के लिए स्टेट से दस करोड़ की राशि मिली है। तीन करोड़ रुपये मिल चुके हैं। महापौर से वार्ता कर जल्द ही स्टैंडिंग काउंसिल की बैठक कर इसकी प्राथमिकता का निर्धारण किया जाएगा। नगर निगम और वन विभाग को मिलकर काम करना है। बीसीसीएल पदाधिकारियों से भी इस मसले पर बैठक करेंगे, ताकि प्रदूषण पर लगाम लगाई जा सके। फिलहाल सड़कों की सफाई एवं मिट्टी हटाने के लिए रोड स्वीपिंग मशीनें प्रतिदिन काम कर रही हैं। इनकी ट्रैकिंग के लिए जीपीएस सिस्टम भी लगाया हुआ, ताकि कार्यों का पता चल सके। - चंद्रमोहन कश्यप, नगर आयुक्त 

धनबाद में प्रदूषण का स्तर झरिया और कुसुंडा की हवा सबसे अधिक जहरीली। झरिया में रेस्पायरेबल पर्टिकुलेट मैटर का औसत स्तर 369.55 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर (एमजीसीएम) और कुसुंडा में 326.48 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर। धनबाद शहर में आरएसपीएम का औसत स्तर 285 इसका सामान्य लेवल 100 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर होना चाहिए।

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