शिक्षा मनुष्य के जीवन का बेहतरीन साथी: मंत्री
संवाद सहयोगी मधुपुर(देवघर) शिक्षा ही मनुष्य के खूबसूरत लिबास व जीवन का सबसे बेहतरीन साथी
संवाद सहयोगी, मधुपुर(देवघर): शिक्षा ही मनुष्य के खूबसूरत लिबास व जीवन का सबसे बेहतरीन साथी है। शिक्षा के बगैर तरक्की का सपना देखना बेकार है। यह बातें सूबे के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने शुक्रवार को इस्लामिया मदरसा हाजी गली में निरीक्षण के दौरान संबोधित करते हुए कही। कहा कि शिक्षा ही मनुष्य को अच्छाई और बुराई का पहचान कराती है। तरक्की का राह दिखाती है। इसलिए बच्चों के माता- पिता से अपील है कि अपने बच्चों को शिक्षित करें। समाज की बुराइयों के खात्मा के लिए शिक्षा जरुरी है। कहा इस्लामी शिक्षा के साथ आज की दौर के हिसाब से तकनीकी शिक्षा पर जोर देने की जरूरत है। सामान्य शिक्षा से बच्चों की जिदगी संवारने में परेशानी होती है। इसीलिए हमारा अनुरोध है कि बच्चों को दीनी तालीम के साथ तकनीकी शिक्षा दिलाएं। इसे लेकर हर संभव सहयोग करने को तैयार हूं। कहा कि पिता मरहूम हाजी हुसैन अंसारी ने मदरसा के विकास को लेकर काफी गंभीर रहते थे। उनका एक ही मकसद रहता था कि मदरसा को कैसे आधुनिक शिक्षा से जोड़ूं ताकि बच्चों का रुझान मदरसा की तरफ खींचे। इसको लेकर उन्होंने कई मदरसों को मॉडल मदरसा बनाने के लिए पहल किया। तकनीकी शिक्षा के साथ उसे बदला गया। प्रत्येक मदरसों में भवन के साथ कंप्यूटर शिक्षा की व्यवस्था हो। झारखंड के हर मदरसा में तकनीकी शिक्षा बच्चे हासिल कर सकें। इसके लिए हरसंभव प्रयास करूंगा। साथ ही संस्कृत विद्यालय के शिक्षकों की समस्याओं को दूर किया जाएगा। मदरसा हो या संस्कृत विद्यालय किसी भी संस्थान में नियमित पढ़ाई लिखाई होने पर ही लोग नाम लेते हैं। कागजी खानापूर्ति नहीं होना चाहिए। मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद, मदरसा अध्यक्ष प्रिस समद, सचिव सरफराज अहमद, मदरसा के हैड मौलवी वलीउल्लाह, मास्टर कुतुबूरहमान रहमान, अलाउद्दीन शाहिर, तनवीर आलम, मास्टर अजमल, मीडिया प्रभारी समीर आलम, शमशेर आलम, मोरिफ खान, संस्कृत विद्यालय के शिक्षक राजहंस, जितेंद्र पांडेय, मनोज कुमार राय आदि उपस्थित थे।