डा कलाम के आदर्शाें को आत्मसात करने की जरूरत
फोटो0 संवाद सूत्र देवघर गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला में भारत रत्न महान वैज्ञा
फोटो0 संवाद सूत्र, देवघर: गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला में भारत रत्न, महान वैज्ञानिक व विचारक, प्रख्यात शिक्षाविद एवं एवं देश के राष्ट्रपति के पद को सुशोभित करने वाले डा अब्दुल कलाम की छठी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा हुई। सर्वप्रथम विद्यालय के प्राचार्य डा विजय कुमार ने कलाम साहब के तस्वीर पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि दी। तत्पश्चात अन्य शिक्षकों ने पुष्प अर्पित कर कलाम साहब को याद किया। प्राचार्य डा विजय कुमार ने कहा कि बहुमुखी प्रतिभा के धनी डा कलाम के संपर्क में एक बार मुझे आने का मौका मिला। उनका जीवन सादगी, ज्ञान एवं कर्मठता का अद्वितीय संगम था। एक ओर उन्होंने मिसाइल क्रांति को जन्म देकर भारत को एक परमाणु संपन्न राष्ट्र के रूप में विश्व पटल पर स्थापित करने में सर्वस्व न्यौछावर कर दिया वहीं भारत के सर्वोच्च पद को सुशोभित करते हुए 11वें राष्ट्रपति के रूप में भारतीय जन-मानस पटल पर अमिट छाप छोड़ी। उनका कथन सपने वो नहीं है जो हम नींद में देखते हैं सपने वो हैं जो हमें सोने नहीं देते आज भी लाखों-करोड़ों भारतीयों के लिए प्रकाश स्तंभ की भांति है। सबका कर्तव्य है कि उनके जीवन के आदर्शों को आत्मसात कर भारत को एक आधुनिक, सशक्त एवं विकसित राष्ट्र के निर्माण में अपना सहयोग दें। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस मौके पर सभा में उपस्थित अन्य शिक्षकों ने भी डॉ कलाम के जीवन आदर्शों पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम में राजेश कुमार पाठक, अभिषेक सूर्य, सुजीत कुमार, निरंजन कुमार सिन्हा, जी डी झा, प्रमोद कुमार, संजय कुमार, बीके राणा मौजूद थे।