शिक्षकों की कमी दूर करेंगे बीएड प्रशिक्षणार्थी

जागरण संवाददाता, देवघर : स्कूलों में बीएड शिक्षकों की अनिवार्यता के पीछे एक ही ध्येय होत

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 11:36 PM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 11:36 PM (IST)
शिक्षकों की कमी दूर करेंगे बीएड प्रशिक्षणार्थी
शिक्षकों की कमी दूर करेंगे बीएड प्रशिक्षणार्थी

जागरण संवाददाता, देवघर : स्कूलों में बीएड शिक्षकों की अनिवार्यता के पीछे एक ही ध्येय होता है कि वे एक कुशल व प्रशिक्षित होते हैं जो अन्य की तुलना में ज्यादा बेहतर तालीम दे सकते हैं। लेकिन देवघर में प्रशिक्षण ले रहे विद्यार्थियों, कॉलेज के ¨प्रसिपल और जिन स्कूलों में वे पढ़ाने जा रहे थे उनको अब तक कोई दायित्वबोध नहीं कराया गया था। इस कारण बिना योजना के मनमर्जी स्कूलों में उनको भेजा जाता रहा। उस पर किसी का कोई नियंत्रण भी नहीं रहा।

अब यह पुरानी घिसी पिटी व्यवस्था को वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी मोहनचांद मुकिम ने बदल दिया। मंगलवार को बीएड कालेज के प्राचार्यों संग बैठक में स्प्ष्ट कर दिया कि जो हुआ उसे भूल जाएं। अब एक सटीक मार्गदर्शन के तहत शिक्षकों की कमियां झेल रहे स्कूलों में प्राथमिकता के तौर पर प्रशिक्षणार्थियों को भेजा जाएगा। एक साथ प्रथम वर्ष एवं द्वितीय वर्ष के स्टूडेंट को प्रशिक्षण देने का काम नहीं होगा। एक अंतराल में यह सब संपन्न होगा। बीएड में प्रशिक्षण ले रहे स्टूडेंट की सूची नाम के साथ बनाएं ताकि यह पता चल सके कि कहां किनको भेजा जा रहा है। केवल भीड़ लगाने से किसी का भला नहीं होने वाला है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि इसमें कई खामियां थीं जिसे प्राचार्यों ने भी स्वीकार किया। वे लोग चाहते थे कि एक मार्गदर्शन बनाकर स्पष्ट दिशा निर्देश दिया जाय। शिक्षा की बेहतरी के लिए एक लंबी लकीर खीचनी होगी और इसमें सबको प्रयास करना होगा तभी समाज में एक बदलाव आएगा। अब तक बीएड कॉलेज के प्रशिक्षणार्थियों की प्रायोगिक कक्षा के लिए कोई गाइड लाइन नहीं बनाया गया था। यह एक बड़ा आधार है।

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