सांप काटने पर अस्पताल ले जाने के बजाय मंदिर-मंदिर घूमता रहा, मौत

संवाद सूत्र पालोजोरी बसबुटिया पंचायत के भलसुमिया गांव में गुरुवार अल सुबह जमीन पर सोए 17 वष

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 11:00 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 05:15 AM (IST)
सांप काटने पर अस्पताल ले जाने के बजाय मंदिर-मंदिर घूमता रहा, मौत
सांप काटने पर अस्पताल ले जाने के बजाय मंदिर-मंदिर घूमता रहा, मौत

संवाद सूत्र, पालोजोरी : बसबुटिया पंचायत के भलसुमिया गांव में गुरुवार अल सुबह जमीन पर सोए 17 वर्षीय किशोर को सांप ने काट लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।

मृतक के पिता पुनी मिर्धा ने बताया कि प्रतिदिन की तरह बुधवार को भी उसका पूरा परिवार जमीन पर बिछावन लगाकर सोया था। सुबह तीन बजे उसके सबसे बड़े लड़के संजय मिर्धा को करैत सांप ने डस लिया। आनन-फानन में बहादुरपुर स्थित दुबे मंदिर में ले गए, वहां का नीर पिलाया, लेकिन कोई सुधार नहीं होने पर परिजन सारठ स्थित तुलसीडाबर दुबेथान ले गए। वहां भी कोई सुधार नहीं होने के कारण पुन: घरवाले बहादुरपुर दुबे मंडा ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। आसपास लोगों ने बताया कि पुनी मिर्धा काफी गरीब है। घर में पुनी मिर्धा अपनी पत्नी व पांच बच्चे के साथ गुजर-बसर कर रहा है। पुनी मिर्धा का सबसे बड़ा लड़का 17 वर्षीय संजय मिर्धा के कंधों पर ही घर का बोझ था। संजय के बाद तीन बहन हैं। इसके बाद एक वर्ष का भाई है। घर की माली हालत काफी खराब है। दोनों बाप बेटे मजदूरी कर घरवालों के पेट भरते थे। अगर काम न मिले तो भूखे रहने की नौबत है।

नहीं मिल रहा योजना का लाभ

पुनी मिर्धा ने बताया कि कई दफे अंचल कार्यालय व शिविर के माध्यम से खाद्य आपूर्ति विभाग को राशन के लिए आवेदन दिया, लेकिन अब तक राशन कार्ड नहीं मिला। बताया कि परिवार का पेट भरने के लिए वह व मृतक बेटा मजदूरी करते थे। पुनी मिर्धा का घर जर्जर है। बरसात में घर से पानी टपकता है। रात रातभर घरवालों को बैठकर रात गुजरना पड़ता है। मिट्टी से बने घर की छत को पॉलीथिन का ही सहारा है।

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