पौधों के रूप में माता-पिता रहेंगे साथ

जागरण संवाददाता देवघर वार्ड नंबर-26 अंतर्गत पुनसिया के नवाडीह स्थित बुद्धा फील्ड में पौधारो

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 12:36 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 12:36 AM (IST)
पौधों के रूप में माता-पिता रहेंगे साथ
पौधों के रूप में माता-पिता रहेंगे साथ

जागरण संवाददाता, देवघर : वार्ड नंबर-26 अंतर्गत पुनसिया के नवाडीह स्थित बुद्धा फील्ड में पौधारोपण किया गया। युवाओं की टीम ने यहां पौधारोपण किया। यहां तकरीबन 25 पौधा लगाया गया। पौधों की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा गया। लोहे की तार से लगाए गए पौधों की घेराबंदी की गई। मिथुन महथा ने अपने पिता प्रकाश महथा व माता बहामुनी देवी की याद भी यहां पौधा लगाया। मौके पर उन्होंने बताया कि लगातार पेड़ों की कटाई से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंच रहा है। इस वजह से वातावरण में आक्सीजन की कमी होती जा रही है। इसका प्रभाव कोरोना संक्रमण के दूसरे दौर के दौरान देखने को मिला। कृत्रिम आक्सीजन की व्यवस्था नहीं कर सके। जिससे कई लोगों ने अपनी जान गंवा दिया। साथ इलाके में पेड़ों की कमी की वजह से जलस्तर भी काफी नीचे पहुंच जा रहा है। पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए हरेक व्यक्ति को पौधा अवश्य लगाना चाहिए। वहीं माता-पिता की मौत गंभीर बीमारी की वजह से हो गई। पौधा लगाकर माता-पिता को श्रद्धांजलि देने के लिए पौधा लगाया। पौधा के रूप में माता-पिता ताउम्र मेरे साथ रहेंगे। इस काम में कई युवाओं ने बढ़चढ़ कर सहयोग करते हुए पौधा की रक्षा के लिए संकल्प लिया। मौके पर शेरा महथा ,महेंद्र महथा, सूरज, अजीत ,रोहित, पंकज ,पिटू, विक्रम, मनीष, पवन आदिश सहित अन्य मौजूद थे।

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बच्चों की जांच के दौरान सुरक्षा का रखें ख्याल

संवाद सूत्र, पालोजोरी (देवघर) : कुपोषण मुक्त गांव के अभियान को सफल बनाने के लिए गुरुवार को भुरकुंडी पंचायत के कडरासाल आंगनबाड़ी केंद्र में बैठक सह प्रशिक्षण का आयोजन किया। सीडीपीओ कुमारी ऋतु की अध्यक्षता में बैठक हुई। प्रशिक्षण में सेविका, सहायिका, सहिया, तेजस्वनी प्रोजेक्ट के युवा उत्प्रेरक को शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों का स्क्रीनिग कर कुपोषण के स्तर की पहचान करने की जानकारी दी गई। डोर टू डोर बच्चों की स्क्रीनिग करने को कहा गया। भ्रमण करने वाली टीम को कोविड-19 नियमों का पालन करने का निर्देश दिया। स्क्रीनिग के दौरान मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग करने को कहा गया। इस संबंध में सीडीपीओ ने बताया कि कुपोषण मुक्त गांव एक अभियान है, जिसके लिए भुरकुंडी पंचायत के कडरासाल गांव का चयन किया गया है। सेविका, सहायिका, सहिया, तेजस्वनी प्रोजेक्ट के कर्मी सहित गांव के प्रबुद्ध लोगों के सहयोग से इस अभियान को सफल बनाया जाना है। एक सप्ताह के अंदर बच्चों की स्क्रीनिग कर लिया जाना है। एलएस पूनम कुमारी,रेखा कुमारी, अंजनी कुमारी, सेविका गीता कुमारी, तेजस्वनी प्रॉजेक्ट के वचनदेव कापरी आदि थे।

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