अगर यही आंशिक लॉकडाउन है तो कोरोना से जंग होगी मुश्किल
जागरण टीम देवघर/ मधुपुर आंशिक लॉकडाउन का मायने यही है तो यह ठीक नहीं है। बाजा
जागरण टीम, देवघर/ मधुपुर: आंशिक लॉकडाउन का मायने यही है तो यह ठीक नहीं है। बाजार जिस तरह खुल रहे हैं और प्रशासन का अंकुश लचीला है, यह आने वाले कल के लिए ठीक नहीं है। केवल हेलमेट चेक करने से कोरोना की जंग नहीं जीत सकते। प्रतिबंधित दुकान पर इस कदर भीड़ कहीं से भी वाजिब नहीं है। आखिर इस तरह कोरोना को बांटा गया तो चेन तोड़ने के बजाय स्थिति और भी भयावह होगी। और इसकी कहीं ना कहीं जिम्मेदारी तय करनी होगी।
कोरोना से लोगों को बचाने के लिए झारखंड सरकार ने आंशिक लॉकडाउन 13 मई तक लगा रखा है। बावजूद ईद व लग्न के कारण मधुपुर शहर का बाजार गुलजार हो रहा है। कतिपय दुकानदार व व्यवसायी वर्ग के लोग आर्थिक लाभ के लिए प्रशासन के आदेश को ताक पर रखकर प्रतिबंध के बावजूद गैर जरूरी सामानों की दुकानों को खोल रहे हैं। वहीं आम लोगों की भी मजबूरी है। खासकर ईद व लग्न के कारण कपड़े की मांग और जरूरत है। गाइड लाइन में कपड़े की दुकान नहीं खुलनी है। बावजूद दुकानें खुल रही और लोग खरीद कर अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं। शनिवार को दोपहर बारह बजे तक बाजार में खरीदारों की भीड़ ऐसी लगी रही जैसे मानो कि वर्षों के बाद बाजार खुली हो। बाजार में शादी के कपड़े, सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन, श्रृंगार, फर्नीचर से लेकर हर समान की बिक्री हो रही थी। फर्क सिर्फ इतना था कि दुकानदार कहीं शटर गिराकर सामान बेच रहे थे तो कहीं दुकान के पिछले रास्ते से ग्राहकों को सामान दे रहे थे। खुलेआम रेडीमेड, श्रृंगार, जेनरल स्टोर, जूते-चप्पल की दुकानें खुली रही। शहर के गांधी चौक, हटिया रोड, हाजी गली, थाना रोड, भगत सिंह चौक, स्टेशन रोड, पंचमंदिर रोड, एससी मुखर्जी रोड तक काफी संख्या में लोगों ने खरीदारी की। दिन के दो बजे जब दुकान बंद करने का समय हुआ तो मधुपुर थाना की पुलिस निकली। इसके बाद बाजार खाली कराने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।