पदाधिकारियों में तालमेल में कमी, थाना से छूटा आरोपित
रिखिया थाना में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर आरोपित को एसआइ ने किया था गिरफ्तार -अनुसंधान
रिखिया थाना में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर आरोपित को एसआइ ने किया था गिरफ्तार
-अनुसंधानकर्ता बोले-मामले का अभी नहीं हुआ है सुपरविजन, गिरफ्तारी का नहीं बनाया मेमो
-थाना प्रभारी राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा- एसआइ पांडू सामंत ने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर किया काम संवाद सहयोगी, मोहनपुर : रिखिया थाना के पदाधिकारियों के आपसी तालमेल की कमी के कारण पुलिस को एक आरोपित को थाने से छोड़ देना पड़ा। बताया गया कि रिखिया थाना कांड संख्या 128/21 के आरोपित पप्पू दास को एसआइ पांडू सामंत ने गिरफ्तार किया। उसे थाना लाया गया। लेकिन यहां मामले के अनुसंधानकर्ता ने गिरफ्तारी मेमो नहीं बनाया। मामले के अनुसंधानकर्ता रामजीवन कुमार का कहना है कि मामले का अभी सुपरविजन नहीं हुआ है। साथ ही उच्च अधिकारियों का इसमें गिरफ्तारी का आदेश अभी प्राप्त नहीं हुआ है जिस कारण उसे गिरफ्तार किया जाना उचित नहीं है। ये छोटी मोटी मारपीट की घटना है। ये नन एसआर कांड है। वहीं गिरफ्तार पप्पू दास के स्वजनों ने एसआइ पांडू सामंत पर पैसा लेकर छोड़ने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एसआइ उनके घर आए और पैसा नहीं देने पर आरोपित को पकड़कर जेल भेज देने की बात कही। बाद में उसे थाना से छोड़ा गया। वहीं थाना प्रभारी राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि एसआइ पांडू सामंत ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम किया है। पप्पू दास को ऐसे गिरफ्तार करना उचित नहीं था। इस मामले के अनुसंधानकर्ता रामजीवन कुमार हैं। पांडू सामंत के कार्य के बारे में एसपी को सूचित कर दिया गया है। वहीं एसआइ पांडू सामंत का कहना है कि पुलिस किसी को भी पूछताछ के लिए थाना ला सकती है। रही आरोपित पप्पू दास को पकड़ने की बात तो उनकी जानकारी में उसके खिलाफ मामला दर्ज था। इसके कारण उसे पकड़कर थाना लाया गया। उन पर पैसा लेने का आरोप सरासर गलत है। पप्पू को थाना प्रभारी के मौखिक आदेश पर पकड़ा था। वहीं आरोपित को थाना लाकर छोड़े जाने की घटना चर्चा का विषय बनाया हुआ है।