बैंक बैलेंस बढ़ा रहा जलाशय का पानी

संवाद सूत्र सारठ (देवघर) अजय बराज जलाशय का इस्तेमाल न केवल सिचाई के लिए बल्कि इसमें मछली

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Mar 2019 07:06 PM (IST) Updated:Wed, 06 Mar 2019 07:06 PM (IST)
बैंक बैलेंस बढ़ा रहा जलाशय का पानी
बैंक बैलेंस बढ़ा रहा जलाशय का पानी

संवाद सूत्र, सारठ (देवघर) : अजय बराज जलाशय का इस्तेमाल न केवल सिचाई के लिए बल्कि इसमें मछली पालन भी किया जा रहा है। जलाशय में चक नवाडीह व मिश्राडीह गांव के लगभग 100 गरीब परिवार केज के मदद से हर साल लाखों रुपये का मछली उत्पादन कर अपना जीवन संवार रहे हैं। मत्स्य पालक जो एक साल पहले अपना परिवार का जीवन बसर करने के लिए रोजगार की तलाश में गांव-गांव भटकते व मजदूरी करते थे। कभी-कभार आधा पेट भोजन कर भूखे रहना पड़ता था। आज उनके पास अच्छा-खासा बैंक बैलेंस भी है। मजे की बात तो यह है कि जिन आदिवासियों को सिर्फ मिट्टी काट कर परिवार का भरण-पोषण करना आता था, आज वे मछली पालन का काम बखूबी कर रहे हैं। सरकार मछली का बाजार बिहार-बंगाल के साथ झारखंड में करना चाहती है। सफलता की कहानी, मछली पालकों की जुबानी : मछली उत्पादक विश्वनाथ टुडू, सुनी राम हेम्ब्रम, सुनील मुर्मू, सुबल टुडू, बालेश्वर टुडू, अनंत मुर्मू, राकेश मुर्मू, मनोज टुडू, रामदेव मुर्मू, मुन्नालाल दास, जितेंद्र दास, ललन दास सहित अन्य का कहना है उनके सपनों को साकार करने में सबसे बड़ा योगदान क्षेत्र के विधायक सह कृषि मंत्री का है। जिन्होंने ग्रामीणों से संपर्क कर मछली उत्पादन के लिए प्रेरित किया। लोगों को प्रशिक्षण दिलवा कर केज सहित मछली का जीरा, चारा व अन्य प्रकार का जरूरी सामान उपलब्ध कराया। इस कारोबार से समिति के सदस्यों का आठ से दस लाख रुपया बैंक बैलेंस हो गया है। व्यवसाय को आगे बढ़ाने में विभाग ने हेचरी मशीन भी उपलब्ध करा दिया है। अब मछली का जीरा उत्पादन में भी संकट नहीं होगा।

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क्षेत्र की जनता का सपना था कि जलाशय का सदुपयोग हो। जब कृषि के साथ साथ मत्स्य विभाग का दायित्व मिला तो उसका सदुपयोग किया। अजय बराज जलाशय को मछली उत्पादन केंद्र बनाने के लिए स्थानीय युवा किसानों को प्रेरित किया। किसानों ने इसमें अपनी रुचि दिखाई है। सारठ का मछली झारखंड सहित पश्चिम बंगाल व बिहार प्रांत को भेजने की व्यवस्था सरकार कर रही है। ताकि किसानों को उनके उत्पादन का अच्छा बाजार मिल सके।

रणधीर सिंह, कृषि मंत्री।

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