डेढ़ माह से पेयजलापूर्ति ठप, लोगों की बढ़ी परेशानी

फोटो 03 से 07 -सात करोड़ की लागत से बना जलमीनार और पंप हाउस के बाद भी पानी के लिए भटक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 06:05 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 06:05 PM (IST)
डेढ़ माह से पेयजलापूर्ति ठप, लोगों की बढ़ी परेशानी
डेढ़ माह से पेयजलापूर्ति ठप, लोगों की बढ़ी परेशानी

फोटो 03 से 07

-सात करोड़ की लागत से बना जलमीनार और पंप हाउस के बाद भी पानी के लिए भटक रहे लोग

- पेयजल के लिए लोगों को हो रही परेशानी, कभी नहीं मिला लोगों को नियमित पानी

संवाद सहयोगी, करौं (देवघर): प्रखंड मुख्यालय के विभिन्न टोलों समेत बेलकियारी, लकरछरा, डिडाकोली, बुढ़वाटांड़, प्रतापपुर आदि अन्य गांवों में पिछले डेढ़ माह से पानी की आपूर्ति ठप है। जिससे ग्रामीणों को पेयजल के लिए काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। पेयजलापूर्ति ठप रहने के कारण लोगों को प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। पानी लेने के लिए कई चापाकलों व कुएं पर महिलाओं की लंबी कतार दिखती है। प्रखंड परिसर में पीएचईडी ने लगभग सात करोड़ से तीन लाख लीटर क्षमता का टंकी बनवाया है। वहीं फ्लिट्रेशन प्लांट डिडाकोली व बेलकियारी गांव के पास जयंती नदी पंप घर का निर्माण कराया गया। लेकिन अभी तक लोगों को नियमित पानी की आपूर्ति नहीं की जाती है। वेतन नहीं मिलने से पानी देना कर देते बंद बेलकियारी गांव के बगल में जयंती नदी पर बना पंप घर एवं डिडाकोली जलशोधक केंद्र में काम करने वाले छह कर्मियों को पिछले एक साल से वेतन का भुगतान नहीं किया गया। आर्थिक तंगी से जूझ रहे कर्मियों द्वारा पेयजल आपूर्ति को ठप कर दिया जाता है। विशेसर रवानी, कन्हैया रवानी, धर्मदेव सिंह, किशोर सिंह, ईश्वर सिंह आदि का कहना है कि वेतन नहीं मिलने से आर्थिक परेशानी हो रही है। वेतन के लिए ठेकेदार व पीएचईडी विभाग से गुहार लगाया। लेकिन वेतन का भुगतान अबतक नहीं किया गया। कर्मियों ने वेतन भुगतान की मांग को लेकर बीडीओ को भी आवेदन दिया, लेकिन इस दिशा में किसी प्रकार की पहल नहीं की गई। पानी की आपूर्ति होने से लोगों को काफी सहूलियत मिलती थी। लेकिन पिछले डेढ़ माह से पानी नहीं मिलने के कारण उन्हें काफी कठिनाई हो रही है। पानी के लिए इधर-उधर भटकना होता है। शारदा देवी, करौं

प्रखंड मुख्यालय के अधिकांश टोलों में पेयजल संकट बना रहता है। जबकि कहीं पानी की व्यवस्था है भी तो उसे पीना नहीं चाहते है। पानी की आपूर्ति नहीं होने से लोगों को काफी कठिनाईयों सामना करना पड़ रहा है। मीना देवी, करौं इस योजना का समुचित लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। विभाग नियमित जलापूर्ति उपलब्ध कराने के लिए पहल करे। पेयजल की ठप रहने के कारण महिलाओं को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। अविलंब पानी उपलब्ध कराया जाना चाहिए। उषा देवी, करौं

पेयजलापूर्ति योजना शुरू होने से यह उम्मीद जगी थी कि अब इस क्षेत्र से पेयजल संकट दूर हो जाएगा। लेकिन करोड़ों खर्च के बाद योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। चायना देवी, करौं कर्मियों से बातचीत कर समस्या समाधान कर लिया गया है। जल्द ही लोगों को पानी उपलब्ध कराया जाएगा। विजय कुमार, प्रखंड समन्वयक, पीएचईडी, करौं

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