बारिश के कारण 36 घंटे बाद भी डायवर्सन का काम नहीं हुआ शुरू
जागरण संवाददाता देवघर सारठ-देवघर एनएच 114 ए पर सारवां के डहुआ जोरिया पर पुल क
जागरण संवाददाता, देवघर: सारठ-देवघर एनएच 114 ए पर सारवां के डहुआ जोरिया पर पुल का निर्माण के लिए बना डायवर्सन के बह जाने के 36 घंटे बाद भी नया डायवर्सन का कार्य शुरू नहीं किया जा सका है। कारण रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण जोरिया में पानी का बहाव तेज है। एजेंसी ने निर्माण कार्य को लेकर सारी तैयारी कर ली है। इंतजार पानी के बहाव को कम होने का है। बारिश ने परेशानी बढ़ा दी है। दस जून को ही डायवर्सन खिसक गया था। उसका फ्लैंक धंसने लगा था। लेकिन गाड़ियों के आवागमन को देखते हुए हल्की मरम्मत भी कराई गई। सोमवार देर रात की तेज बारिश ने उसे पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। इसके बाद से एनएच 114 ए पर आवागमन ठप है। सारठ से देवघर आने के दो वैकल्पिक रास्ते सारठ से देवघर आने के लिए दो वैकल्पिक रास्ते हैं। जिससे वाहनों का आवागमन बाद में शुरू हो गया है। एनएच के कार्यपालक अभियंता ने कहा था कि तीन -चार दिन में आवागमन सुचारू हो जाएगा। लेकिन तेज बारिश के बाद अब एजेंसी ने कहा कि अभी मरम्मत कराने में परेशानी हो रही है। बदला गया आवागमन के लिए रुट सारठ-देवघर एनएच पथ पर लखोरिया मोड़ के आगे डहुआ पुल का डायवर्सन टूट जाने से यातायात प्रभावित हुआ है। सारठ से देवघर जाने के लिए वाहनों का परिचालन दो अलग अलग रास्ते से होने लगा है। एक रास्ता बभनगामा से देवीपुर होते हुए देवघर जा रही है। जिसमें लगभग छह से सात किलोमीटर अधिक घूमना पड़ रहा है। दूसरा रास्ता बाराटांड़ मोड़ से सोनारायठाढ़ी होते हुए सारवां ब्लॉक के पास मिलती है। इस रास्ते से लगभग तीन किलोमीटर अधिक रास्ता तय करना पड़ेगा। ग्रामीणों को हो रही परेशानी ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। उनको बहुत घूमकर अपना सफर तय करना पड़ रहा है। मनीगढ़ी, चंदना,
तारा जोरा, झिकक्ती, बंदा जोरी, बनवरिया, लखोरिया, नो खिला, अब्बल तेलियाडीह, दोयम तेलियाडीह, डहवा, डकाय, बाघमारी, परसों डीह, नावाडीह, सुरसुरा, डांगा, जिया खड़ा,
तारा जोरा, डूबा, दास डीह, सिरसा सहित दर्जनों गांव के साथ साथ सारठ, पालोजोरी, मधुपुर प्रखंड के अलावा अन्य प्रखंडों का मुख्य मार्ग होने के कारण राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि लाखोरिया मोड़ होते हुए कुशमाहा जग मंडी की ओर से सारवां और फिर देवघर जाना पड़ रहा है। मोटरसाइकिल व छोटे पैसेंजर वाहन अन्यत्र रूटों से जा रहे हैं। 24 घंटे बीतने के बाद भी पानी का प्रवाह तेज होने से डायवर्सन का निर्माण कार्य संवेदक द्वारा शुरू नहीं किया जा सका है। हालांकि निर्माण को लेकर मशीन लगा दी गई है।
संवेदक के प्रतिनिधि अशोक कुमार सिंह ने बताया कि डायवर्सन निर्माण के लिए सभी सामग्री व मशीन तैयार है। लेकिन जल का प्रवाह तेज होने से काम कुछ नहीं किया जा सका है। फिलहाल आवागमन पूर्ण तरीके से बाधित है। प्रयास किया जा रहा है कि जल का बहाव कम होने व बारिश के छूटने के बाद युद्ध स्तर पर डायवर्सन का निर्माण करा लिया जाएगा। इसके लिए 24 घंटे से यंत्र व मजदूर सामग्री के साथ तैयार हैं।