किसानों का धान खरीद कर भुगतान नहीं दे रही हेमंत सरकार: भाजपा
जागरण संवाददाता देवघर झारखंड में किसानों को धान का दाम नहीं मिला। घोषणा करने के
जागरण संवाददाता, देवघर: झारखंड में किसानों को धान का दाम नहीं मिला। घोषणा करने के बाद भी समय से राशि का भुगतान नहीं हुआ। सबका धान नहीं खरीदा गया। अब खेती का समय आ गया है और किसान परेशान हैं। एक दो उनको उनकी फसल का दाम नहीं मिला और कोरोना के कारण हजारों किसान का परिवार परेशान है। और सरकार कुछ सुन ही नहीं रही है। इन सारे मसलों को लेकर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश के निर्देशानुसार जनविरोधी, किसान विरोधी, युवा विरोधी, महिला विरोधी झारखंड सरकार के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यकर्ताओं ने अपने अपने आवास पर किया। देवघर से विधायक सह जिलाध्यक्ष नारायण दास, सारठ विधानसभा सदस्य रणधीर सिंह, पूर्व मंत्री राज पलिवार, बिशाखा सिंह, पंकज सिंह भदोरिया, संजीव जजवाड़े, चंद्रशेखर खवाड़े, अधीर भैया, सचिन सुल्तानियां समेत अन्य ने अपने अपने आवास पर वर्चुवल धरना प्रदर्शन दिया। फेसबुक लाइव पर नेताओं ने सरकार की आलोचना की। विधायक नारायण दास ने कहा कि झारखंड सरकार किसान विरोधी है। विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि सरकार ने किसान का धान नहीं खरीदा और जो धान खरीदा उसका राशि भी किसानों को नहीं दिया। पूर्व मंत्री राज पलिवार ने कहा कि मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री ने एलान किया उसके बावजूद समय से भुगतान नहीं हुआ। किसान की स्थिति काफी नाजुक बनी हुई है। इसी के विरोध में भाजपा के कार्यकर्ता ने धरना प्रदर्शन किया है। आज बहुत से किसान बीमार है पैसे के अभाव में उनका इलाज नहीं हो पा रहा है। खेती के लिए बीज नहीं है। भाजपा नेताओं ने धरना के माध्यम से मांग किया कि सरकार उनके बकाए राशि का भुगतान करे।
धरना प्रदर्शन की प्रमुख मांग . किसानों के बकाया राशि का शीघ्र भुगतान करे। . मुख्यमंत्री के आदेश पर नवंबर में धान की खरीद किसानों से की गई। . 8 दिन बाद कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और वित्त मंत्री ने धान खरीद पर रोक लगा दी। . तर्क दिया कि धान अभी गीले हैं, धान जब सूखेगा तब खरीदा जाएगा। . नवंबर माह में खरीदे धान के मूल्य का अभी तक भुगतान नहीं किया गया। . कहीं कहीं किसानों को आधे राशि का भुगतान किया गया है। . धान बोने का समय आ गया है, किसानों के बीच विकट स्थिति है।
. किसान पैसे के अभाव में इलाज नहीं करा पा रहे हैं। . आने वाले समय में धान के बीज की खरीददारी कैसे कर पाएंगे।
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आरसी सिन्हा