बाबा मंदिर का मुख्य दरवाजा हुआ सील
जागरण संवाददाता देवघर बाबा मंदिर में प्रवेश करने के चार दरवाजा में तीन मुख्य दरवाजा सिह
जागरण संवाददाता, देवघर: बाबा मंदिर में प्रवेश करने के चार दरवाजा में तीन मुख्य दरवाजा सिंह द्वार, पूरब दरवाजा, पश्चिम दरवाजा को मंगलवार दोपहर बाद पूरी तरह सील कर दिया गया। यह उपायुक्त के आदेश पर किया गया है। केवल एक दरवाजा को खुला रखा गया है। जहां पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया है। इसी दरवाजा से पुरोहित और पुजारी आएंगे और जाएंगे। बुधवार को बाबा मंदिर खुला रहेगा। गुरूवार से आम भक्तों का प्रवेश नहीं होगा। सुबह और शाम की पूजा में सीमित संख्या में केवल पुरोहित का प्रवेश होगा। सारी व्यवस्था को सुनिश्चित कराने के लिए डीसी ने एसडीओ एवं एसडीपीओ को निर्देश दिया है। पंडा धर्मरक्षिणी सभा से अनुरोध किया गया है कि वह जनहित में सुरक्षा को देखते हुए सिस्टम को लागू करने में पूरा सहयोग करें।
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने जानकारी दी है कि कोरोना वायरस का दूसरा फेज, जो प्रथम फेज से अधिक घातक एवं जानलेवा है। ऐसे में जिलावासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा व संक्रमण की रोकथाम, बचाव एवं संभावित प्रसार को रोकने के उद्देश्य से धार्मिक स्थल खुले रहेंगे परंतु श्रद्धालुओं की उपस्थिति को प्रतिबंधित करने का निर्देश दिया है।
बाबा बैद्यनाथ मंदिर सहित सभी धार्मिक स्थल 22 अप्रैल से 29 तक भक्तों के लिए बंद रखने का आदेश दिया गया है। केवल पारंपरिक पूजा प्रात:कालीन एवं संध्याकालीन श्रृंगार पूजा होगी। इसमें मंदिर प्रभारी सीमित संख्या में तीर्थ पुरोहितों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए 50 फीसद क्षमता के साथ जाने की अनुमति देंगे। बाबा बैद्यनाथ मंदिर , देवघर में तीर्थ यात्रियों, भक्तों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने के उद्देश्य से परिसर के पूर्वी, पश्चिमी एवं उत्तरी ( सिंह द्वार) को बंद करने का निर्णय लिया गया है। तीर्थ पुरोहितों का प्रवेश मात्र प्रशासनिक भवन होकर शीघ्र दर्शनम के लिए निर्धारित कोरिडोर से होगा। पारंपरिक पूजा एवं श्रृंगार पूजा के दौरान सीमित संख्या में पंडा, पुजारी के प्रवेश की अनुमति होगी। लेकिन मास्क के साथ-साथ शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य होगा। उपायुक्त ने पंडा धर्मरक्षिणी सभा से अनुरोध किया है कि वे कोविड-19 के इस खतरनाक दौर में जनहित में जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था को लागू करने में सहयोग करें।