कांचा जल से अभिषेक, पूरी-भुजिया का लगा भोग

संवाद सूत्र देवघर शनिवार को बाबा बैद्यनाथ की षोड्शोपचार विधि से पूजा की गई। सुबह 410 में ब

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 07:51 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 07:56 PM (IST)
कांचा जल से अभिषेक, पूरी-भुजिया का लगा भोग
कांचा जल से अभिषेक, पूरी-भुजिया का लगा भोग

संवाद सूत्र, देवघर : शनिवार को बाबा बैद्यनाथ की षोड्शोपचार विधि से पूजा की गई। सुबह 4:10 में बाबा मंदिर का पट खुला। बाबा की दैनिक पूजा पुजारी विनोद झा ने की। पूजा से पहले ज्योतिर्लिग को सफेद मलमल के कपड़ों से साफ कर मंत्रोच्चार के साथ कांचा जल अर्पित किया गया। इसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने बाबा पर कांचा जल अर्पित कर हर हर महादेव का जयकारा लगाया। 4:30 बजे से सरकारी पूजा शुरू हुई। इसका लाइव प्रसारण टीवी चैनलों पर किया गया। पूजा के बाद बाबा को पूरी और भुजिया का भोग लगाया गया। सरकारी पूजा के बाद सीमित संख्या में पुरोहित के लिए पट खोल दिया गया। सुबह सात बजे बाबा मंदिर का पट बंद कर दिया गया। जिला प्रशासन द्वारा मंदिर के चारों द्वार पर पुलिस की तैनाती है ताकि अन्य श्रद्धालु मंदिर के आसपास भी नहीं पहुंच सके। अब सावन की दूसरी सोमवार पर प्रशासन की नजर

सावन की पहली सोमवारी को देवघर की सीमा पर कांवरियों की भीड़ हो गई थी। कांवरिया पथ दुम्मा को छोड़कर पगडंडी से कुछ कांवरिया प्रवेश कर गए थे। सोमवार को पुलिस को सड़क मार्ग की सीमा पर बहुत सख्त होना पड़ा। उसके बाद से स्थिति सामान्य हो गयी है। दूसरे प्रांतों में भी यह संदेश जा चुका है कि देवघर में भक्तों के प्रवेश पर रोक है। अब सुबह और शाम दैनिक पूजा बाबा बैद्यनाथ की हो रही है। प्रशासन ने आनलाइन दर्शन का इंतजाम किया है। भक्त प्रशासन की ओर से जारी वेबसाइट अथवा उपायुक्त के फेसबुक पेज पर जाकर सीधा दर्शन कर रहे हैं। दूसरी सोमवार को बेल पत्र प्रदर्शनी लगेगी इसके लिए पुरोहित समाज की तैयारी हो रही है।

कांवरिया पथ स्थित झारखंड के प्रवेश द्वार दुम्मा में खासतौर पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है। वहां दंडाधिकारी व पुलिस बल 24 घंटे पूरी तरह से मुस्तैद हैं। इसके साथ ही दर्दमारा, रिखिया, बुढ़वाकुरा, खिजुरिया, कोठिया, चौपामोड़, ठाढ़ी मोड़ पर भी पुलिस कर्मी कांवरियों के वाहनों पर नजर बनाए हुए हैं। देवघर शहर के अंदर प्रवेश करने से रोकने का पूरा इंतजाम है। यह व्यवस्था गुरु पूर्णिमा से ही लागू है और रक्षाबंधन तक अनवरत रहेगा। अब दूसरी सोमवार को देखते हुए जिला प्रशासन व पुलिस कर्मी पूरी तरह से मुस्तैद है।

एक समय था जब कांवरिया पथ 24 घंटे बोल बम के नारा से गूंजता रहता था, लेकिन इस बार यहां सन्नाटा पसरा है। शहर में भी रास्तों पर रविवार को बहुत कम लोग नजर आए।

बिहार-झारखंड की सीमा दर्दमारा मुख्य सड़क मार्ग पर सुरक्षा बलों का इस तरह कड़ा पहरा है मानों सरहद की पहरेदारी हो रही है। सीमा पर इतना कड़ा पहरा है कि एक भी गेरुआ वस्त्रधारी प्रवेश नहीं कर सकता। सीमा पर दो ही जांच चल रही है। एक गेरुआ वस्त्रधारी और दूसरा गंगाजल का पात्र।

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