स्वस्थ रहने के लिए मोटे अनाज को भोजन में शामिल करें

संवाद सहयोगी जसीडीह (देवघर) जसीडीह स्थित कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में शनिवार को राष्ट

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 05:45 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 05:45 PM (IST)
स्वस्थ रहने के लिए मोटे अनाज 
को भोजन में शामिल करें
स्वस्थ रहने के लिए मोटे अनाज को भोजन में शामिल करें

संवाद सहयोगी, जसीडीह (देवघर) : जसीडीह स्थित कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय पोषण माह अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला लेखा प्रशासन सह स्वास्थ्य नियोजन पदाधिकारी नयनतारा केरकेट्टा ने इसका शुभारंभ किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों को बताया कि देश में बड़ी संख्या में लोग कुपोषण के शिकार हो रहे है। कुछ साल पूर्व झारखंड के अधिकांश हिस्से में मडुवा, ज्वार, बाजरा, जौ, कोहू संवा सहित अन्य प्रकार के मोटे अनाजों का उत्पादन होता था। मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता था। लेकिन, अब इनकी खेती लगभग बंद हो गई है। इसका मुख्य वजह लोगों का उपयोग नहीं करना है। मोटे अनाज नहीं खाने से लोगों को तरह-तरह की बीमारी हो रही है। उन्होंने कृषि और आंगनबाड़ी कर्मियों से इस प्रकार की खेती के लिए किसानों के बीच जागरूकता अभियान चलाने को कहा ताकि खेती को बढ़ावा मिल सके। साथ ही किसानों को फल और सब्जियों की जैविक खेती करने के लिए प्रेरित करने को कहा। समुचित खाद्यान्न नहीं मिलने पर शरीर के लिए आवश्यक विटामिन की कमी से अधिकतर लोग कुपोषण के शिकार हो रहे है।

कार्यक्रम में प्रखंड क्षेत्र के लगभग डेढ़ सौ महिला किसान और आंगनबाड़ी कर्मियों ने भाग लिया। यहां मौजूद किसानों को फलदार पौधे और सब्जी किट दिया गया। महिलाओं को घर-आंगन में छोटी वाटिका तैयार कर जैविक सब्जियां उपजाने को कहा। मौके पर वरीय वैज्ञानिक सहयोगी प्रधान डा. आनंद कुमार तिवारी, सीडीपीओ रुणु मिश्रा, मंजू साह, गृह वैज्ञानिक हर्षिता विष्ट, डा. राजन ओझा, डा. पूनम सोरेन सहित अन्य लोग मौजूद थे।

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