योग से निरोग समाज गढ़ने का संकल्प

संवाद सूत्र हंटरगंज(चतरा) यहां योग से निरोग समाज गढ़ने की कवायद चल रही है। इसके तहत

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 08:59 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 08:59 PM (IST)
योग से निरोग समाज गढ़ने का संकल्प
योग से निरोग समाज गढ़ने का संकल्प

संवाद सूत्र, हंटरगंज(चतरा) : यहां योग से निरोग समाज गढ़ने की कवायद चल रही है। इसके तहत गांव-गांव और स्कूलों योग प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। शिविर में सरकारी गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए कम संख्या और शारीरिक दूरी का अनुपालन किया जा रहा है। प्रशिक्षक व पतंजलि योग प्रचारक अभय कुमार सिंह का कहना है कि योग के माध्यम से समाज को निरोग बनाया जा सकता है। हालांकि यह योग के प्रति सामाजिक जागरूकता से ही संभव है। इसके लिए संकल्पित होकर न केवल अभियान चलाना होगा, अपितु व्यावहारिक रूप से इसके लाभ के प्रति लोगों में भरोसा पैदा करना होगा। उनका मानना है कि वैश्विक आपदा कोरोना के काल में योग का महत्व और ज्यादा बढ़ गया है। योग के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। इसी मान्यता के मद्देनजर योग शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में योग के साथ ही परंपरागत चिकित्सा पद्धति और आसपास में उपलब्ध जड़ी-बुटियों के इस्तेमाल से रोगों से उपचार के संदर्भ में बताया जा रहा है। कोरोना से बचाव के लिए आसपास की जड़ी-बुटियों से निर्मित काढ़ा ज्यादा कारगर साबित हो रहा है। गुरीच (गिलोय), तुलसी, दालचीनी, हल्दी, गोलमिर्च, लवंग जैसे समाज में सुलभ पदार्थ से बना काढ़ा के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। हम इस संदेश को लेकर हर गांव और हर स्कूल में जा रहे हैं। स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों योग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी प्रकार ग्रामीणों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्हें परंपरागत चिकित्सा पद्धति और आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से अवगत कराया जा रहा है।

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