पत्रकार चंदन तिवारी हत्याकांडः जांच समिति गठित, घटना के विरोध में पत्थलगड़ा बंद
journalist chandan tiwari murder case. झारखंड के पत्रकार चंदन तिवारी की हत्या के मामले में एक जांच समिति गठित की गई है।
नई दिल्ली/लातेहार, एजेंसी/जेएनएन। भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) ने झारखंड के पत्रकार चंदन तिवारी की हत्या के मामले में एक जांच समिति गठित की है। समिति से छह सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। मंगलवार को जारी बयान में परिषद ने वारदात की कड़ी निंदा करते हुए कहा, 'यह घटना उन सभी के लिए चिंता का विषय है, जो प्रेस की स्वतंत्रता में विश्वास रखते हैं।'
जांच समिति में वीके चोपडा, केडी चंदोला और कमल नयन नारंग शामिल हैं। बयान के अनुसार, 'भारतीय प्रेस परिषद राज्य सरकार से उपचारात्मक और जरूरी कार्रवाई का आग्रह करती है, जिससे पत्रकार निर्बाध रूप से अपने दायित्वों का पालन कर सकें।'
गौरतलब है कि 29 अक्टूबर को झारखंड के चतरा जिले में एक हिंदी दैनिक के पत्रकार चंदन तिवारी की पीट--पीटकर हत्या कर दी गई थी। परिजनों ने वारदात के लिए नक्सली संगठन तृतीय प्रस्तुति कमेटी को जिम्मेवार ठहराया है।
पत्रकार हत्याकांड के विरोध में पत्थलगड़ा बंद का दिख रहा असर
पत्थलगड़ा (चतरा)। पत्रकार चंदन तिवारीे की हत्या के विरोध में ब्राह्मण महासंघ के आवाह्न पर बुधवार को पत्थलगड़ा बंद शुरू हो गया है। सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद और यातायात ठप है। ब्राह्मण महासंघ के बैनर तले सैकड़ों लोग प्रखंड मुख्यालय स्थित सुभाष चौक पर धरना पर बैठे हैं। बंद का कांग्रेस, आजसू, झारखंड विकास मोर्चा, आईना परिवार, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, समेत सभी विपक्षी पार्टियों, समाजिक संगठनों ने भी समर्थन किया है। प्रत्येक दिन सुबह प्रखंड की हृदय स्थली सुभाष चौक में खुलने वाली दुकानें व बाजार आज बंद हैं। चारों सन्नाटा है। लोगों ने स्वत: अपनी दुकाने बंद रखी हैं। यातायात पूरी तरह से ठप है। छोटे बड़े वाहन नहीं चल रहे हैं।
पथलगड़ा में बंद दुकानें।
सुभाष चौक, गांधी चौक समेत बरवाडीह, लेम्बोईया, तेतरिया, नावाडीह, आदि स्थानों में व्यावसायिक प्रतिष्ठानें अब तक बंद है। यातायात पूरी तरह से ठप है। सुबह से ब्राह्मण महासंघ के सैकड़ों लोग प्रखंड मुख्यालय स्थित शुभाष चौक पर धरना पर बैठे हैं। बताते चलें पत्थलगड़ा के पत्रकार चंदन तिवारी की हत्या के 23 दिन गुजर जाने के बाद भी मुख्य आरोपित हत्या के मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी नहीं होने से लोगों में उबाल है। लोगों ने हत्या के मुख्य आरोपित की अविलंब गिरफ्तारी की मांग व दोषियों को सजा एवं पीड़ित परिवार को सरकारी मुआवजा देने की मांग की है।