जुलाई के प्रथम सप्ताह में ही लोटार डैम लबालब, किसानों में हर्ष
संवाद सहयोगी गिद्धौर (चतरा) प्रखंड मुख्यालय का लोटार डैम अगस्त या सितंबर महीने में लबालब हुअसंवाद सहयोगी गिद्धौर (चतरा) प्रखंड मुख्यालय का लोटार डैम अगस्त या सितंबर महीने में लबालब हुअ संवाद सहयोगी गिद्धौर (चतरा) प्रखंड मुख्यालय का लोटार डैम अगस्त या सितंबर महीने में लबालब हुअ संवाद सहयोगी गिद्धौर (चतरा) प्रखंड मुख्यालय का लोटार डैम अगस्त या सितंबर महीने में लबालब हुअ संवाद सहयोगी गिद्धौर (चतरा) प्रखंड मुख्यालय का लोटार डैम अगस्त या सितंबर महीने में लबालब हुअ।
संवाद सहयोगी, गिद्धौर (चतरा) : प्रखंड मुख्यालय का लोटार डैम अगस्त या सितंबर महीने में लबालब हुआ करता था। परंतु इस वर्ष अच्छी बारिश और समय पर आए मानसून ने डैम को जुलाई के प्रथम सप्ताह में ही लबालब कर दिया। वैसे में किसान खुश हैं। बताया जाता है कि दशकों बाद लोटार डैम समय से पहले लबालब हुआ है। जबकि अभी बरसात का मौसम से शेष है। फिलहाल लोटार डैम खतरे से बाहर है, परंतु बारिश की पानी और भरने से खतरा भी मंडरा रहा है। सूर्य मंदिर के समीप बने पुल की मरम्मत की आवश्यकता है। यदि समय रहते पुल की मरम्मत नहीं की गई तो खतरा का भी आशंका बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ प्रखंड मुख्यालय के साथ-साथ पांडेयबागी, बरटा, चंदाबांध,रामनगर सियारी, कटघरा, जपुआ सहित अन्य गांव के किसान खुश हैं। किसान बताते हैं कि लोटार डैम का जलस्तर अच्छा रहने से गरमा फसल अच्छा होता है। जबकि कई गांव में भी जल स्तर अच्छा रहता है। जिससे पेयजल की किल्लत नहीं होती। इस डैम से करीब 5000 हेक्टेयर भूमि सिंचित होती है।