मेडिकल कालेज के लिए भूमि चयन में पेच

दो महीने से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी मेडिकल कालेज के लिए

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 08:01 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 08:01 PM (IST)
मेडिकल कालेज के लिए भूमि चयन में पेच
मेडिकल कालेज के लिए भूमि चयन में पेच

जागरण संवाददाता, चतरा : दो महीने से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी मेडिकल कालेज के लिए भूमि का चयन नहीं हो पाया है। सदर अस्पताल के समीप चिह्नित की गई जमीन पर्याप्त नहीं है। जिसके कारण उपायुक्त ने अंचल कार्यालय से भेजे गए प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है। साथ ही साथ पांच दिसंबर तक एक स्थान पर बीस एकड़ भूमि चिह्नित कर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार ने भूमि चयन कर उसका प्रस्ताव जुलाई में ही मांगा था। लेकिन अब तक नहीं गया है। यहां पर जमीन का पेच फंसा हुआ है। वैसे दूसरी जगह की तलाश को लेकर सदर अंचल कार्यालय से लेकर सदर अनुमंडल पदाधिकारी तक परेशान हैं। सदर अनुमंडल पदाधिकारी मुमताज अंसारी ने बताया कि एक-दो स्थानों का निरीक्षण किया गया है। बहुत जल्द मापी कर उसका प्रस्ताव भेज दिया जाएगा। उनका कहना है कि एक स्थान पर शहर के नजदीक बीस एकड़ भूमि मिल नहीं रहा है। फिर भी प्रयास किया जा रहा है। बताते चलें कि मेडिकल कालेज की स्थापना के लिए राज्य सरकार ने जिला प्रशासन से बीस एकड़ भू-खंड को चिन्हित करते हुए प्रस्ताव मांगा है। जमीन का प्रस्ताव मिलने के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। उल्लेखनीय है कि मेडिकल कॉलेज की यह प्रस्तावित योजना केंद्र सरकार की है। नीति आयोग ने आकांक्षी जिलों की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार को लेकर मेडिकल कॉलेज की स्थापना सुझाव केंद्र सरकार को दिया था। केंद्र सरकार ने नीति आयोग के इस सुझाव को मानते हुए उसे अमल में लाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देशित किया था। जिसके आलोक में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने अपने अ‌र्द्ध सरकारी पत्रांक यू.14017/372020-एमइ दिनांक एक जून 2020 के तहत नए मेडिकल कॉलेज का निर्देश दिया है। केंद्र सरकार की इस प्रस्तावित योजना पर अमल करते हुए राज्य सरकार ने जमीन का प्रस्ताव मांगी है। कोट

जिला अस्पताल के समीप पर्याप्त जमीन नहीं है। मेडिकल कॉलेज के लिए बीस एकड़ की जमीन की आवश्यकता है। अंचल कार्यालय से जिला अस्पताल की जमीन का प्रस्ताव आया था। लेकिन पर्याप्त जमीन नहीं होने के कारण उसे वापस कर दिया गया। सात दिसंबर तक दूसरे चयन कर प्रस्ताव मांगा गया है। दिव्यांशु झा, उपायुक्त, चतरा। :

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