चोरकारी ग्रिड चालू होने के बाद डीवीसी पर निर्भर नहीं रहेगा चतरा
संवाद सहयोगी इटखोरी (चतरा) चोरकारी पावर ग्रिड सबस्टेशन का संचालन शुरू होने के बाद चतरा जिला डीवीसी की बिजली पर निर्भर नहीं रहेगा। चोरकारी पावर ग्रिड से ही जिले को पर्याप्त बिजली मिलेगी।
संवाद सहयोगी, इटखोरी (चतरा) : चोरकारी पावर ग्रिड सबस्टेशन का संचालन शुरू होने के बाद चतरा जिला डीवीसी की बिजली पर निर्भर नहीं रहेगा। चोरकारी पावर ग्रिड से ही जिले को पर्याप्त बिजली मिलेगी। जिससे आनेवाले दिनों में यहां औद्योगिक विकास को भी बल मिलेगा। मालूम हो कि चतरा जिला इस वक्त डीवीसी की बिजली पर पूरी तरह निर्भर है। हजारीबाग जिला के बरही स्थित पावर ग्रिड सबस्टेशन से चतरा जिला में विद्युत की आपूर्ति की जाती है। लेकिन डीवीसी के ग्रिड से जिले को खपत के अनुरूप बिजली नहीं मिल पाती है। वर्तमान समय में चतरा जिला को 35 मेगावाट बिजली डीवीसी से मिलती है। जबकि जिले में इस वक्त 70 से 80 मेगावाट बिजली की खपत है। पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल पाने की वजह से जिले के कई प्रखंडों में हर समय बिजली की किल्लत बनी रहती है। जिले के हंटरगंज, प्रतापपुर, कुंडा, सिमरिया, पत्थलगड़ा एवं गिद्धौर प्रखंड को मुश्किल से सात आठ घंटे ही बिजली मिल पाती है। लेकिन अब चोरकारी ग्रिड सबस्टेशन का संचालन शुरू हो जाने के बाद जिले में बिजली की किल्लत पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। दूसरी ओर चोरकारी पावर ग्रिड सबस्टेशन का संचालन शुरू होने के बाद जिले को ब्रेकडाउन की समस्या से भी बहुत हद तक निजात मिल पाएगी। गौरतलब है कि बरही के ग्रिड सब स्टेशन से विद्युत की आपूर्ति होने के कारण अक्सर बिजली के ब्रेक डाउन होने की समस्या बनी रहती है। फाल्ट उत्पन्न होने के बाद कई घंटे तक जिले में बिजली की आपूर्ति बाधित हो जाती है। जिसे दुरुस्त करने में विद्युत कर्मियों को काफी समय लगता है। लेकिन चोरकारी पावर ग्रिड सब स्टेशन के बन जाने की वजह से 25 किलोमीटर की दूरी कम हो गई है। अब अगर फाल्ट उत्पन्न भी होगा तो उसे काफी कम समय में दुरुस्त किया जा सकेगा।
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बारिश की वजह से 50 एमवीए के ट्रांसफार्मर को नहीं किया गया चार्ज
क्षेत्र में बुधवार को पूरे दिन बरसात होने की वजह से चोरकारी पावर ग्रिड सबस्टेशन में विद्युत आपूर्ति के लिए लगाए गए 50 एमवीए के ट्रांसफार्मर को चार्ज नहीं किया जा सका। ग्रिड सब स्टेशन के प्रोजेक्ट मैनेजर रवि कुमार ने बताया कि लगातार बारिश होने के कारण खुले आसमान के नीचे काम करना संभव नहीं था। गुरुवार को अगर बारिश नहीं हुई तो 50 एमवीए के ट्रांसफार्मर को चार्ज किया जाएगा।