बक्सा जलाशय के सुंदरीकरण का डीपीआर तैयार
संवाद सहयोगी इटखोरी(चतरा) हरे-भरे जंगल के किनारे मौजूद इटखोरी का बक्सा जलाशय शीघ्र ह
संवाद सहयोगी, इटखोरी(चतरा): हरे-भरे जंगल के किनारे मौजूद इटखोरी का बक्सा जलाशय शीघ्र ही जिले के पर्यटन सर्किट से जुड़ जाएगा। जलाशय का सुंदरीकरण कर उसे आकर्षक रूप दिया जाएगा। इसकी प्रक्रिया जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार बक्सा जलाशय के सुंदरीकरण की जिम्मेदारी विशेष प्रमंडल विभाग को दी गई है। विभाग ने जलाशय का सर्वे करने के पश्चात सुंदरीकरण का डीपीआर तैयार कर लिया है। एक करोड़ 22 लाख रुपए की लागत से बक्सा जलाशय को पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा। इसके तहत बक्सा जलाशय आस-पास के क्षेत्रों में पाथवे का निर्माण होगा। जगह-जगह पर्यटकों के बैठने के लिए सीमेंट के बेंच बनाए जाएंगे। मालूम हो कि पिछले वर्ष चतरा के तत्कालीन उपायुक्त दिव्यांशु झा ने बक्सा जलाशय का निरीक्षण किया था। बक्सा जलाशय के आस-पास प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर तत्कालीन उपायुक्त काफी प्रभावित हुए थे। निरीक्षण के दौरान ही उन्होंने तय कर लिया था कि सिचाई के लिए बनाए गए बक्सा जलाशय को पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित किया जाएगा।
तत्कालीन उपायुक्त के स्थानांतरण के पश्चात जिले की वर्तमान उपायुक्त अंजली यादव ने बक्सा जलाशय के सुंदरीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी। उन्होंने इसकी जिम्मेवारी विशेष प्रमंडल विभाग को दी है।
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भविष्य में नौका विहार की भी सुविधा होगी बहाल
आने वाले दिनों में पर्यटकों के मनोरंजन के लिए बक्सा जलाशय में नौका विहार की भी सुविधा बहाल की जाएगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने पर्यटन विभाग से पत्राचार भी किया है। पत्राचार के माध्यम से पर्यटन विभाग को बताया गया है कि बक्सा जलाशय ऐतिहासिक मां भद्रकाली मंदिर परिसर से तीन किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है। सुंदरीकरण के पश्चात बक्सा जलाशय में नौका विहार की सुविधा उपलब्ध करा दी जाती है तो भद्रकाली मंदिर आने वाले पर्यटक व श्रद्धालु मनोरंजन के लिए बक्सा जलाशय भी जाएंगे। जिससे क्षेत्र में पर्यटकों का ठहराव होगा। साथ ही रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।