मनरेगा से मुर्गी शेड बना नहीं, बिचौलियों ने गटक ली राशि

प्रखंड के पेटादेरी गांव निवासी ब्रह्मादेव महतो का मुर्गी शेड ब

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 07:44 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 07:44 PM (IST)
मनरेगा से मुर्गी शेड बना नहीं, बिचौलियों ने गटक ली राशि
मनरेगा से मुर्गी शेड बना नहीं, बिचौलियों ने गटक ली राशि

संवाद सूत्र, मयूरहंड (चतरा) : प्रखंड के पेटादेरी गांव निवासी ब्रह्मादेव महतो का मुर्गी शेड बना नहीं और मनरेगा से राशि की निकासी हो गई। ब्रह्मादेव महतों को इसकी जानकारी तीन वर्ष के बाद हुई है। प्राक्कलित राशि बिचौलियों ने गटक ली है। महतो ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत उप विकास आयुक्त सुनील कुमार सिंह से करते हुए जांच की मांग की है। आवेदन में कहा है कि वर्ष 2016-17 में मुर्गी शेड स्वीकृत हुआ था। स्वीकृत योजना का वर्क कोड 3417006022/आईएफ/7080901100015 है। जिसकी प्राक्कलित राशि लगभग 61,700 रुपये है। योजना आज तक धरातल पर नही उतर पाया है। जबकि योजना मद की राशि मुखिया व संबंधित अधिकारियों ने मिलकर निकासी कर ली। योजना बने बिना ही सामग्री व मजदूरी के नाम पर 56376 रुपये की निकासी हुई है। इधर मामला की जानकारी मिलने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी साकेत कुमार सिन्हा, प्रशिक्षु उप समाहर्ता अमित कुमार, बीपीओ जितेंद्र कुमार शनिवार को पेटादेरी गांव पंहुचे। ब्रह्मदेव महतो के नाम से स्वीकृत योजना की हकीकत जानी। जांच टीम के सदस्यों ने बताया कि मामले की भौतिक जांच की गई है। मामला में अनिमियतता बरती गई है। जिसमे सभी कर्मी व जनप्रतिनिधि की मिलीभगत है। जांच रिपोर्ट संबंधित पदाधिकारी सौंपी जाएगी। उसी प्रकार पंचायत के मन्हे गांव में भी सलीम चौबे के नाम से भी बकरी शेड की योजना स्वीकृत की गई थी। ताज्जुब की बात तो ये है कि पूरे पंचायत में सलीम चौबे के नाम से कोई व्यक्ति नही है। इसके बावजूद योजना जमीन पर उतार दिया गया है। बाद में मालूम चला कि सलीम चौबे नही बल्कि सालीग्राम चौबे है। लेकिन ऑनलाइन में सलीम चौबे का ही नाम चढ़ाया गया है।

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