पोस्ते की खेती रोकने को लेकर आयोजित बैठक में एक प्रतिभागी पर भड़के सीओ

संवाद सूत्र हंटरगंज (चतरा) स्थानीय थाने में मंगलवार को पोस्ते की खेती को रोकने को लेक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 07:42 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 07:42 PM (IST)
पोस्ते की खेती रोकने को लेकर आयोजित बैठक में एक प्रतिभागी पर भड़के सीओ
पोस्ते की खेती रोकने को लेकर आयोजित बैठक में एक प्रतिभागी पर भड़के सीओ

संवाद सूत्र, हंटरगंज (चतरा) : स्थानीय थाने में मंगलवार को पोस्ते की खेती को रोकने को लेकर आयोजित एक बैठक के दौरान भी प्रखंड के सीओ मिथिलेश कुमार केदलीकलां की मुखिया लालसा देवी के बतौर प्रतिनिधि शामिल अनिल कुमार सिंह के साथ बदतमीजी कर बैठे। हालांकि उस प्रतिभागी ने भी उन्हें खरी-खोटी सुनाई। बैठक स्थानीय थानेदार राजीव रंजन ने बुलाई थी। सीओ की अध्यक्षता वाली बैठक में सभी मुखिया अथवा उनका प्रतिनिधि, वनकर्मियों और पुलिसकर्मियों को आमंत्रित किया गया था। मुखिया अथवा उनके प्रतिनिधियों को थानेदार ने बैठक में बाजाप्ता फोन कर बुलाया था। बैठक प्रारंभ होते ही थानेदार ने कहा कि जो मुखिया आमंत्रण के बावजूद नहीं आये उनके विरुद्ध थाने में सनहा दर्ज होना चाहिए। अनिल कुमार सिंह ने इसे अनुचित बताया और कहा कि मुखिया तब जिम्मेदार होते जब उन्हें बैठक की सूचना समय पर दी जाती। महज कुछ घंटे पूर्व सूचना देने से उनकी उपलब्धता कैसे सुनिश्चित हो पाएगी। जो मुखिया किसी कारण से उपलब्ध नहीं हैं वह बैठक में कैसे आ पाएंगे। इस पर सीओ मिथिलेश कुमार भड़क गए। कहा, अनिल मुखिया नहीं हैं, इसलिए वह बैठक से निकल जाएं। हालांकि तब वहां कई अन्य पंचायतों के मुखिया के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। मगर उन्हें बैठक से जाने को नहीं कहा गया। इस पर मुखिया प्रतिनिधि अनिल सिंह ने कहा कि वह उनके आमंत्रण पर नहीं, बल्कि थानेदार के बुलाने पर आए हैं। उनका कहना है कि पोस्ता की खेती, अफीम की तिजारत, शराब की तस्करी और बालू की लूट इस इलाके की पहचान बन गई है। यह इलाके के माथे पर कलंक सरीखा है। जब इसकी सूचना संबंधित अधिकारी को दी जाती है तो वह उसे लीक कर देते हैं। वह इसकी खबर संबंधित माफिया तक पहुंचा देते हैं। इससे सूचनादाता की जान का खतरा पैदा हो जाता है। अंचल में बालू लूट रोकने की जिम्मेदारी सीओ की है। अभी यहां जमकर बालू लूट मची हुई है। एक माह पूर्व बालू लूट की सूचना जब सीओ मिथिलेश कुमार को दी गई थी तो उन्होंने उस पर रोकथाम नहीं ही की। उसकी जानकारी संबंधित माफिया को दे दी। इससे उनके समक्ष सुरक्षा का संकट खड़ा हो गया। बहरहाल सीओ की इस हरकत को बुद्धिजीवियों ने दुर्भाग्यजनक बताया। उनका कहना है कि ऐसी हालत में जनता प्रशासन का सहयोग कैसे करेगी। निरंजना नदी में बालू की लूट सीओ के समक्ष होती रही है। वह दिखाने के लिए इक्के-दुक्के छुटभैये बालू लुटेरों के विरुद्ध छापेमारी करते रहे, माफिया प्रतिदिन एनजीटी के आदेश का उल्लंघन कर सैंकड़ों ट्रकों पर लाद कर बिना चालान बालू दूसरे राज्यों में भेजते रहे और सूचना के बावजूद संबंधित अधिकारी उन पर कार्रवाई से परहेज करते रहे हैं।

कोट

बैठक पोस्ते की खेती को रोक लगाने को लेकर थी। बैठक को मुद्दा से भटकाने की कोशिश की जा रही थी। दु‌र्व्यवहार का आरोप निराधार है।

मिथिलेश कुमार-सीओ, हंटरगंज।

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