चीनी सैनिकों को दांत खट्टे करने वाला सेवानिवृत्त सैनिक का निधन

संवाद सूत्र मयूरहंड (चतरा) भारत और चीन के बीच हुए युद्ध के साक्षी भोला राम नहीं रहे। सो

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 06:35 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 06:35 PM (IST)
चीनी सैनिकों को दांत खट्टे करने वाला सेवानिवृत्त सैनिक का निधन
चीनी सैनिकों को दांत खट्टे करने वाला सेवानिवृत्त सैनिक का निधन

संवाद सूत्र, मयूरहंड (चतरा) : भारत और चीन के बीच हुए युद्ध के साक्षी भोला राम नहीं रहे। सोमवार की रात उनका निधन हो गया। उनकी उम्र करीब 107 वर्ष की थी। भोला राम भारतीय सैनिक रहे हैं। भारत और चीन के बीच 1962 और 1965 में हुए युद्ध में वे शामिल थे। चीनी सैनिकों को दांत खट्टे कर दिए थे। भोला राम वर्ष 1957 में राजपूत रेजिमेंट में बहाल हुए थे। वर्ष 1979 को राजपूत रेजिमेंट से हवालदार के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। भोला राम सिमरिया के पूर्व विधायक योगेंद्र नाथ बैठा के चाचा थे। मंगलवार को उनके पैतृक गांव मयूरहंड प्रखंड के मंझगावा के बढ़ाकर नदी तट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। बड़े पुत्र राम लखन बैठा ने मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग शामिल हुए। ग्रामीणों ने बताया कि भोला राम चीन साथ हुए युद्ध में जिस निडरता का परिचय दिया था, उसका कोई मिसाल नहीं है। उन्होंने बताया कि दुश्मनों से लोहा लेते हुए छक्के छुड़ा दिए थे। युद्ध के दौरान भोला राम कई दिनों तक सेना के संपर्क से गायब हो गए। काफी खोजबीन के बाद भी सैनिक की खबर नहीं मिल पाई थी। थक हार कर रेजिमेंट वालों ने उनके परिजनों को उनके लापता होने की जानकारी थी। लापता होने की जानकारी मिलने के बाद परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट गया था। लगभग एक माह बाद युद्ध स्थल में भारतीय सेना के द्वारा खोजबीन करने के दौरान वीर सैनिक एक बड़े गड्ढे में घायल अवस्था में मिला था। जिसके बाद सैनिकों ने परिजनों को उनके जिदा होने की सूचना दी थी। युद्ध समाप्त होने के बाद भारत सरकार ने उन्हें कई वीरता मैडल से पुरस्कृत किया था। वही इनाम के रूप के उनके पैतृक गांव में पांच एकड़ जमीन भी मुहैया कराई है।

बताते चलें कि उनके भाई भी फौज में थे। उन्होंने भी चीन के साथ युद्ध में बड़ी भूमिका निभाई थी। भारत सरकार ने उन्हें भी उनके गांव में पांच एकड़ भूमि देने का कार्य किया है।

chat bot
आपका साथी