हिसा की शिकार महिलाओं को कानूनी सलाह की होगी व्यवस्था

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By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 06:34 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 06:34 PM (IST)
हिसा की शिकार महिलाओं को कानूनी सलाह की होगी व्यवस्था
हिसा की शिकार महिलाओं को कानूनी सलाह की होगी व्यवस्था

जागरण संवाददाता, चतरा : न्याय और अधिकार के लिए संघर्ष कर रहीं शोषण और उत्पीड़न की शिकार महिलाओं को अब दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा। पीड़िताओं के लिए जिला प्रशासन ने सखी-वन स्टॉप सेंटर की स्थायी व्यवस्था कर दी है। सेंटर का स्थायी भवन का उद्धाटन बुधवार को श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोगता ने किया। केंद्र का संचालन के लिए अनुबंध पर कर्मियों को बहाल किया गया है। केंद्र प्रशासक, केस वर्कर, परामर्शदाता, इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी वर्कर, बहु उद्देश्य सहायक और सुरक्षाकर्मियों को बहाल किया गया है। कुल मिलाकर इन सभी बारह पदों पर बहाली हुई। वन स्टाप सेंटर में अस्थाई तौर हिसा पीड़ित महिलाओं को पांच दिनों तक रहने, खाने आदि की नि:शुल्क व्यवस्था होगी। उद्धाटन के बाद मंत्री ने कहा कि सखी-वन स्टाप सेंटर में हिसा पीड़िताओं को आश्रय मिलेगा। केंद्र पर उन्हें सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। मंत्री ने कहा कि हेमंत सरकार राज्य की महिलाओं, किसानों और नौजवानों के लिए नित्य नई-नई योजनाएं शुरू कर रही है। उद्देश्य स्पष्ट है, समाज के अंतिम से अंतिम व्यक्ति तक सरकारी सुविधाओं का लाभ पहुंचना। उद्धाटन के मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा राजद नेताओं व कार्यकर्ता आदि भी उपस्थित थे।

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क्या है सखी वन स्टाप केंद्र

समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग ने उत्पीड़न, शोषण व अन्य किसी भी प्रकार की हिसा का शिकार महिलाओं को कानूनी सलाह देने के लिए सखी वन स्टाप केंद्र की स्थापना की गई है। जरूरत पड़ने पर स्वास्थ्य और अन्य सुविधाएं भी दी जाएगी। केंद्र में उनकी काउंसिलिग भी जाएगी ताकि किसी भी मानसिक आघात से उभरने के लिए पीड़िता को मदद मिल सके। सभी जिला मुख्यालयों में इसकी व्यवस्था की गई है। केंद्रीय महिला सशक्तिकरण व बाल विकास विभाग इसके लिए फंड उपलब्ध करता है।

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