कोरोना रफ्तार थमने के बाद शुरू होगी मेगालिथ स्थल के संरक्षण की प्रक्रिया

संवाद सहयोगी इटखोरी (चतरा) प्रखंड के हुरनाली गांव में मेगालिथ स्थल के पुरातात्विक संरक्षण

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 06:31 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 06:31 PM (IST)
कोरोना रफ्तार थमने के बाद शुरू होगी मेगालिथ स्थल के संरक्षण की प्रक्रिया
कोरोना रफ्तार थमने के बाद शुरू होगी मेगालिथ स्थल के संरक्षण की प्रक्रिया

संवाद सहयोगी, इटखोरी (चतरा) : प्रखंड के हुरनाली गांव में मेगालिथ स्थल के पुरातात्विक संरक्षण की प्रक्रिया अब कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने के बाद ही शुरू हो पाएगी। इस मसले पर फिलहाल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के साथ यहां के अंचल कार्यालय ने भी रूचि दिखाना बंद कर दिया है। हालांकि मेगालिथ स्थल के संरक्षण को लेकर पुरातत्व विभाग एवं अंचल कार्यालय द्वारा पुरातात्विक संरक्षण की प्रक्रिया बहुत पहले शुरू की जा चुकी है। मालूम हो कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की महानिदेशक वी विद्यावती के निर्देश पर विभाग के झारखंड कार्यालय ने हुरनाली के मेगालिथ स्थल के पुरातात्विक संरक्षण की प्रक्रिया शुरू की थी। इसके तहत झारखंड के अधीक्षण पुरातत्वविद शिव कुमार भगत के नेतृत्व में पुरातत्व विभाग की टीम ने कई बार मेगालिथ स्थल का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के पश्चात पुरातत्व विभाग के द्वारा मेगालिथ स्थल की जमीन को पुरातत्व विभाग को हस्तांतरित करने से संबंधित आवेदन यहां के अंचल कार्यालय को दिया गया था। विभाग के आवेदन के पश्चात अंचल कार्यालय ने मेगालिथ स्थल का नक्शा तैयार कर लिया है। आगे की प्रक्रिया में मेगालिथ स्थल की जमीन की मापी की प्रक्रिया शुरू की जानी है। लेकिन क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण तेज हो जाने के कारण फिलहाल अंचल कार्यालय ने मेगालिथ स्थल की भूमि की मापी की प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिया है। पुरातत्व विभाग के अधीक्षण पुरातत्वविद ने बताया कि कोरोना के इस संक्रमण काल के दौरान मेगालिथ स्थल के संरक्षण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना मुश्किल भरा काम है। ऐसी स्थिति में कोरोना के संक्रमण की रफ्तार थोड़ी कम होने के बाद ही इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग को मेगालिथ स्थल समेत एक से दो एकड़ भूमि की आवश्यकता है। ताकि उक्त भूमि पर पर्यटकों के लिए रेस्टोरेंट, विश्राम घर, पार्क आदि का निर्माण किया जा सके।

chat bot
आपका साथी