शादियां नहीं होने से भद्रकाली मंदिर को उठाना पड़ेगा आर्थिक नुकसान

संवाद सहयोगी इटखोरी (चतरा) कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से इस वर्ष भी ऐतिहासिक मां

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:42 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:42 PM (IST)
शादियां नहीं होने से भद्रकाली मंदिर को उठाना पड़ेगा आर्थिक नुकसान
शादियां नहीं होने से भद्रकाली मंदिर को उठाना पड़ेगा आर्थिक नुकसान

संवाद सहयोगी, इटखोरी (चतरा) : कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से इस वर्ष भी ऐतिहासिक मां भद्रकाली मंदिर परिसर को सन्नाटे में डूबो दिया है। पाबंदियों की वजह से शादी विवाह के इस मौसम में भी मंदिर परिसर में शादी की शहनाई नहीं के बराबर बज रही है। मंदिर परिसर में शादी नहीं होने से इस बार भी मंदिर प्रबंधन समिति को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा। पिछले वर्ष भी लॉकडाउन की वजह से मंदिर प्रबंधन समिति को भारी आर्थिक नुकसान हुआ था। मालूम हो कि मां भद्रकाली मंदिर परिसर में हर वर्ष बड़ी संख्या में शादियां हुआ करती है। एक वित्तीय वर्ष में करीब एक हजार शादियां मंदिर परिसर में हर वर्ष हो जाती है। जिससे मंदिर प्रबंधन समिति को अच्छी आय होती है। क्योंकि मंदिर परिसर में विवाह रचाने वाले वर पक्ष को 351 रुपये तथा वधू पक्ष को 251 रुपये बतौर विवाह शुल्क के रूप में देना पड़ता है। इसके अलावा शादी घर की बुकिग तथा मंदिर में होने वाले चढ़ावे से भी मंदिर प्रबंधन समिति को अच्छी आमदनी होती है। एक आंकड़े के अनुसार सिर्फ शादियों से मंदिर प्रबंधन समिति को हर वर्ष सात से आठ लाख रुपए की आमदनी हो जाती है। शादियों से होने वाली आमदनी को मंदिर परिसर के रखरखाव तथा व्यवस्था में खर्च किया जाता है। लेकिन पिछले दो वर्षों से कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से इस ऐतिहासिक मंदिर की आमदनी पर भी ग्रहण लग गया है। दूसरी और मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगने की वजह से चढ़ावा भी नहीं आ रहा है। ऐसे में मंदिर के पुजारियों को भी आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा है।

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