कोरोना पर भारी रहा भाई-बहन के प्रेम की डोर

जागरण संवाददाता चतरा भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक पर्व रक्षा बंधन सोमवार क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 06:06 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 06:06 PM (IST)
कोरोना पर भारी रहा भाई-बहन के प्रेम की डोर
कोरोना पर भारी रहा भाई-बहन के प्रेम की डोर

जागरण संवाददाता, चतरा : भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक पर्व रक्षा बंधन सोमवार को जिले में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। सावन पूर्णिमा के दिन मनाए जाने वाला रक्षा बंधन पर्व को लेकर लोग पूरे दिन उत्साह में डूबा रहे। सुबह के 9 बजे से शुभ मुहूर्त शुरू हुआ और देर रात तक रहा। शुभ मुहूर्त शुरू होते ही राखी बांधने का कार्यक्रम प्रारंभ हो गया और यह क्रम पूरे दिन चलता रहा।

कोरोना को लेकर 23 मार्च से लॉकडाउन है। ऐसे में यात्री वाहनों का परिचालन नहीं हो रहा है। जिसके कारण दूर दराज में रहनेवाली बहनें या फिर भाइयों का आने-जाने का क्रम कम हुआ। बहनें किसी न किसी माध्यम से भाइयों के लिए पहले ही राखी भेज दीं थी। बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर ईश्वर से लंबी उम्र की कामना की। वहीं भाई ने बहनों की जिदगी भर रक्षा करने का संकल्प लिया। भाइयों ने बहनों को उपहार स्वरूप कुछ न कुछ भेंट किया। इधर पूर्णिमा के अवसर पर जिले के विभिन्न शिवालयों में पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। शारीरिक दूरी के साथ लोग पूजा अर्चना की। सुबह से ही मंदिरों में बाबा भक्तों की भीड़ देखने को मिली। शहर के कुछ शिवभक्त रविवार की रात यहां से इटखोरी के लिए रवाना हुए थे और वहां से जल लेकर पैदल यहां पहुंचे एवं शिवलायों में जलाभिषेक किया। बताते चलें कि छह जुलाई से सावन शुरू हुआ था, जो तीन अगस्त को संपन्न हो गया। इस बार सावन में पांच सोमवार पड़ा। जैसा कि मालूम है कि सावन में सोमवारी का विशेष महत्व है। हालांकि लॉक डाउन के कारण इस बार सोमवारी पूजा के लिए शिवालयों में भीड़ नहीं होने दी गई।

chat bot
आपका साथी