कान्हाचट्टी बीडीओ व बीपीओ पर होगी कार्रवाई

कान्हाचट्टी बीडीओ व बीपीओ पर विशेष कार्य पदाधिकारी ने डीडीसी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बीडीओ और बीपीओ पर स्कूली बच्चों से मनरेगा योजना में कार्य कराने का आरोप है। से कुछ बच्चे छठी सातवीं व आठवीं में पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन जॉब कार्ड में उनकी उम्र 19 से।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Dec 2019 06:37 PM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 06:37 PM (IST)
कान्हाचट्टी बीडीओ व बीपीओ पर होगी कार्रवाई
कान्हाचट्टी बीडीओ व बीपीओ पर होगी कार्रवाई

जागरण संवाददाता, चतरा : जिले के कान्हाचट्टी प्रखंड में स्कूली बच्चों को मनरेगा मजदूर बनाए जाने के मामले में ग्रामीण विकास विभाग ने प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को भी दोषी बताया है। 23 जून को दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेते हुए मनरेगा आयुक्त ने पूरे मामले की जांच कराई थी। जांच प्रतिवेदन की समीक्षा के बाद उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी और प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। मनरेगा का विशेष कार्य पदाधिकारी सह शिकायत निवारण पदाधिकारी चंद्र प्रकाश सिन्हा ने इस बाबत 13-1062/आरोप(चतरा)/2019/ग्रा.वि. 2867 दिनांक 29 नवंबर 2019 को उप विकास आयुक्त को यह आदेश जारी किया है। आदेश के बाद उप विकास आयुक्त कार्रवाई की प्रक्रिया में जुट गए हैं। ज्ञात हो किया कान्हाचट्टी प्रखंड के करमा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय और उत्क्रमित उच्च विद्यालय डगडगवा तुलबुल के कुछ बच्चों के नाम पर मनरेगा जॉबकार्ड निर्गत किया था। इतना ही नहीं, उनके नाम पर फर्जी तरीके से काम भी करवाया गया और मजदूरी मद की राशि की भी निकासी की गई थी। दैनिक जागरण 23 जून को इसकी विस्तृत खबर प्रकाशित किया था। खबर को प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन ने पूरे मामले की जांच कराई थी। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की गई थी। हालांकि उसमें जांच के दायरे से बीडीओ व बीपीओ बाहर थे। बाद राज्य की टीम ने जब जांच की, तो उसमें बीडीओ और बीपीओ को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।

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