सीसीएल प्रबंधन और कोल्ड ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन शुरू

संवाद सूत्र टंडवा (चतरा) जुगेश्वर कुमार आत्महत्या का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ते जा रहा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:41 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:41 PM (IST)
सीसीएल प्रबंधन और कोल्ड ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन शुरू
सीसीएल प्रबंधन और कोल्ड ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन शुरू

संवाद सूत्र, टंडवा (चतरा) : जुगेश्वर कुमार आत्महत्या का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ते जा रहा है। आत्महत्या के लिए सीधे तौर पर सीसीएल प्रबंधन और कोयला ट्रांसपोर्टर कंपनियों को ठहरा जा रहा है। सांसद और विधायक भी घटना को दुखद बताते हुए ट्रांसपोर्टर कंपनियों को बकाया का भुगतान करने की मांग की है। कोयला ट्रांसपोर्टर कंपनियों पर वाहन मालिकों का बीस करोड़ से अधिक का भाड़ा बकाया है। कंपनियों द्वारा बकाए का भुगतान नहीं करने के कारण फाइनेंसरों के जरिये किश्तों पर ट्रक और हाइवा लेने वाले वाहन मालिक आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। वहीं फाइनेंसर कंपनियां वाहनों को जब्त कर रही है। आम्रपाली कोल परियोजना के विस्थापित प्रखंड के बिंगलात गांव निवासी जुगेश्वर कुमार उर्फ किटी आर्थिक तंगी व फाइनेंसर द्वारा वाहन खींच लिए जाने पर आहत होकर सोमवार को आत्महत्या कर ली। वाहन मालिकों ने घटना से आहत होकर मंगलवार को स्वत: अपने-अपने वाहनों को कोयला परिवहन कार्य से अलग रखते हुए विरोध जताया है। ट्रक-हाइवा आनर एसोसिएशन ने मृतक के आश्रित को सीसीएल व आउटसोर्सिग मां अंबे कंपनी समेत ट्रांसपोर्टरों से मुआवजे की मांग की हैं। जुगेश्वर कुमार अंबे कंपनी में कार्य करता था, लेकिन भाग्य में दुर्भाग्य लिखा था कि एक दिन माइंस एरिया में कोयला वाहन के चपेट में आ गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। ठीक होने के उपरांत कंपनी प्रबंधन से पुन: कार्य में रखने का आग्रह किया था। परंतु कंपनी प्रबंधन ने एक न सुनी। दूसरी ओर उन्होंने किसी तरह फाइनेंसर कंपनी से किश्ती पर ट्रक खरीदा था तथा आम्रपाली परियोजना में विभिन्न ट्रांसपोर्ट कंपनियों में कोयला ढुलाई किया था। लेकिन ट्रांसपोर्टरों द्वारा भाड़ा का भुगतान समय पर नही किया गया। जिससे गाड़ी की किस्त भरना मुश्किल पड़ रहा था। अंतत: कुछ दिन पूर्व फाइनेंसर के द्वारा वाहन को खींच लिया गया। वाहन खींचे जाने के बाद जुगेश्वर कुमार काफी तनाव में आ गया तथा इसी शोक में वह सोमवार को विषपान कर आत्महत्या कर ली। मंगलवार को शव पोस्टमार्टम होकर गांव पहुंचा तो पूरा गांव गमगीन माहौल हो गया।

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ट्रक-हाइवा एसोसिएशन ने ट्रांसपोर्टर कंपनियों का फूंका पुतला

जुगेश्वर कुमार की मौत से वाहन मालिकों में आक्रोश व्याप्त है। विरोध में सीसीएल प्रबंधन व ट्रांसपोर्टरों का पुतला दहन किया है तथा परियोजना क्षेत्र से कोयला उठाव नही किया। विस्थापित-प्रभावित ट्रक हाइवा आनर एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेश यादव ने कहा कि जुगेश्वर की मौत का कारण ट्रांसपोर्ट कंपनी एवं सीसीएल प्रबंधन है। जिन्होंने कोयला ढुलाई करवाने के बावजूद भाड़ा का भुगतान नही किया गया था। जिसके कारण ही गाड़ी खींच लिया। यदि ट्रांसपर्टरों द्वारा भाड़ा भुगतान होता तो जुगेश्वर को आत्महत्या करने की जरूरत नहीं होती। ट्रांसपोर्टरों ने ही आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया हैं। वाहन मालिक के मौत के बावजूद सीसीएल प्रबंधन न ही ट्रांसपोर्टरों ने कोई सुधि ली है। उन्होंने जिला प्रशासन से ट्रांस्पोर्टरों पर हत्या एवं रुपए हड़पने का मामला दर्ज करने की मांग की है। कहा कि वाहन मालिकों की फरियाद नही सुनी गई तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।

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सांसद ने जताया शोक

सांसद सुनील कुमार सिंह ने बिगलात निवासी वाहन मालिक युगेश्वर कुमार (26) की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सांसद ने कहा है कि मगध आम्रपाली के ट्रांसपोर्टरों के द्वारा बकाया भाड़े का भुगतान नहीं किए जाने के कारण वाहन मालिक ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने इसके लिए ट्रांसपोर्टरों को जिम्मेदार ठहराया है। सांसद ने चेतावनी दी है कि बकाए राशि की भुगतान जल्द करें। सांसद ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया है कि ट्रांसपोर्टरों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करे।

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विधायक ने परिजनों को दिया सांत्वना

मौत की सूचना मिलने के बाद सिमरिया विधायक किशुन कुमार दास बिंगलात गांव पहुंचकर मृतक जुगेश्वर के परिजन से मिले और सांत्वना दिया। उन्होंने हमेशा सहयोग करने का भरोसा दिया हैं। विधायक ने कहा कि सीसीएल व ट्रांसपोर्टरों की मनमानी नही चलने दिया जाएगा। बकाए भाड़ा का भुगतान हर हाल में करना होगा।

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