दस वर्ष बाद भी प्रारंभ नहीं किया जा सका महिला आइटीआइ संस्थान

बोकारो श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग की ओर से जिले की छात्राओं की सुविधा के लिए चास में

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 11:52 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 11:52 PM (IST)
दस वर्ष बाद भी प्रारंभ नहीं किया जा सका महिला आइटीआइ संस्थान
दस वर्ष बाद भी प्रारंभ नहीं किया जा सका महिला आइटीआइ संस्थान

बोकारो : श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग की ओर से जिले की छात्राओं की सुविधा के लिए चास में महिला आइटीआइ संस्थान एवं छात्रावास का निर्माण कराया गया है, लेकिन दस वर्ष बाद भी इस संस्थान को प्रारंभ नहीं किया जा सका है। इसलिए छात्राओं को हुनरमंद बनाने की योजना अब तक धरातल पर नहीं उतर सकी है। इससे जिले की छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

-क्या है योजना

सरकारी स्तर पर छात्राओं की सुविधा के लिए 2010 में चास में महिला आइटीआइ संस्थान एवं छात्रावास का निर्माण कराया गया। इसका संचालन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत किया जाएगा। महिला आइटीआइ केंद्र चास के संचालन को लेकर 2010 में ही कोलकाता की एक कंपनी से करार किया गया। कंपनी के प्रतिनिधियों ने केंद्र का कई बार अवलोकन किया, लेकिन कंपनी इसका संचालन नहीं कर सकी। इसके बाद इस कंपनी से करार रद कर दिया गया। सरकार ने इसके संचालन को लेकर विभाग एवं जीएमआइटी नई दिल्ली के बीच नए सिरे से करार किया गया। एग्रीमेंट के शर्त के अनुसार कंपनी को यहां अगस्त 2019 से प्रशिक्षण प्रारंभ करना था। लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका है। -कसमार में भी नहीं शुरु किया जा सका आइटीआइ केंद्र

विभाग की ओर से कसमार में भी आइटीआइ केंद्र का निर्माण किया गया है। इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को विभिन्न कोर्स में प्रशिक्षण देने की योजना है, लेकिन इस केंद्र को भी अब तक नहीं खोला जा सका है। इसका भी संचालन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को इस केंद्र के खुलने का इंतजार है।

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महिला आइटीआइ चास एवं कसमार आइटीआइ केंद्र का संचालन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत किया जाएगा। इसको लेकर विभाग ने कंपनियों से करार किया है। कोरोना के बाद स्थिति सामान्य होने पर इसके संचालन को लेकर कार्रवाई की जाएगी।

श्रीराम बारी, जिला नियोजन पदाधिकारी

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