वज्रपात से तीन आदिवासी युवक झुलसे, एक की स्थिति गंभीर

नावाडीह प्रखंड के ऊपरघाट स्थित पलामू पंचायत के छोटकीकुड़ी ग्राम निवासी तीन आदिवासी युवक बुधवार को वज्रपात की चपेट में आकर झुलस गए। इनमें से एक युवक मूर्छित हो गया तो उसे अस्पताल ले जाकर डॉक्टर से इलाज कराने की बजाय गोबर से उसका उपचार किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 07:44 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 07:44 PM (IST)
वज्रपात से तीन आदिवासी युवक झुलसे, एक की स्थिति गंभीर
वज्रपात से तीन आदिवासी युवक झुलसे, एक की स्थिति गंभीर

संवाद सहयोगी, ऊपरघाट (बेरमो): नावाडीह प्रखंड के ऊपरघाट स्थित पलामू पंचायत के छोटकीकुड़ी ग्राम निवासी तीन आदिवासी युवक बुधवार को वज्रपात की चपेट में आकर झुलस गए। इनमें से एक युवक मूर्छित हो गया तो उसे अस्पताल ले जाकर डॉक्टर से इलाज कराने की बजाय गोबर से उसका उपचार किया जा रहा है। युवक की स्थिति में कोई सुधार नहीं होने के बावजूद उसे देर शाम तक गोबर के ढेर में गले तक डालकर रखा गया था।

युवक के पिता डाढ़ेलाल किस्कू का कहना है कि वज्रपात की चपेट से झुलसने या मूर्छित होने पर गोबर से उपचार करने की विधि उनके पूर्वजों के समय से ही प्रचलित है। इस विधि से उपचार करने से वज्रपात के शिकार कई लोग ठीक हो चुके हैं।

वज्रपात की चपेट में आनेवालों में 22 वर्षीय हीरालाल किस्कू, 28 वर्षीय बुधन मुर्मू एवं 25 वर्षीय बहाराम मुर्मू शामिल हैं। हीरालाल किस्कू की स्थिति काफी गंभीर बताई जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि तीनों युवक पास के जंगल में मवेशियों को चराने गए थे। उसी दौरान बारिश होने पर तीनों एक सखुआ के पेड़ तले खड़े हो गए। तभी तीव्र गर्जना के साथ ठनका (आकाशीय बिजली) गिरने से तीनों इसकी चपेट में आ गए। दूर खड़े एक अन्य युवक ने दौड़कर ग्रामीणों को सूचना दी। हीरालाल किस्कू के अलावा अन्य दोनों युवक फिलहाल खतरे से बाहर बताए जा रहे थे।

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