हड़ताल को सफल बनाने वाले मजदूरों को किया जा रहा गुमराह
जागरण संवाददाता बोकारो नन एनजेसीएस यूनियन की बैठक मंगलवार को सेक्टर-चार मजदूर मैदान में संयोजक बीके चौधरी की अध्यक्षत में हुई।
जागरण संवाददाता, बोकारो: नन एनजेसीएस यूनियन की बैठक मंगलवार को सेक्टर-चार मजदूर मैदान में संयोजक सह जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री बीके चौधरी की अध्यक्षता में हुई, जिसमें 30 जून की हड़ताल के बाद एनजेसीएस के नेताओं एवं सेल प्रबंधन के मौन धारण करने पर चर्चा की गई। चौधरी ने कहा कि एनजेसीएस एवं नन एनजेसीएस के आह्वान पर मजदूरों ने हड़ताल को एतिहासिक बनाया। यह सोचकर कि 15 फीसद एमजीबी, 35 फीसद वेरिएबल पर्क, नौ फीसद पेंशन अंशदान, एक जनवरी 2017 से सभी प्रकार के भत्तो का एरियर, पहले की तरह लीव इन कैशमेंट, ठेका मजदूरों की समस्याओं का समाधान होगा, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी एनजेसीएस नेताओं ने मजदूरों को ठगने और गुमराह करने का काम किया। जनता मजदूर सभा के महामंत्री साधु शरण गोप ने कहा कि एनजेसीएस के केंद्रीय नेताओं के आह्वान पर इनके स्थानीय नेताओं ने हड़ताल का नोटिस दिया था। ऐसे में, एनजेसीएस नेताओं का कर्तव्य है कि मजदूरों की मांग को पूरी करवाएं। सीएसडब्ल्यू के महामंत्री देवदीप सिंह दिवाकर ने कहा कि सेल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि मजदूरों की मांग पर हड़ताल शत-प्रतिशत रहा। बावजूद, मजदूरों की मांग की दिशा में कोई पहल नहीं की गई। झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन के महामंत्री डीसी गोहाई ने कहा कि हड़ताल से पूर्व सेल प्रबंधन और एनजेसीएस की लगातार बैठक हुई, लेकिन ठेका मजदूरों की मांगों से संबंधित प्रस्ताव नहीं रखा गया। बैठक के अंत में 29 जुलाई को बीएसएल के पास सेक्शन के समीप बैठक करने का निर्णय लिया गया।