ग्रुप डी की परीक्षा तो पास कर गए, पर डिग्री ही थी फर्जी

बोकारो : झारखंड स्टेट ओपन स्कूल के नाम से फर्जी संस्था चलाकर युवाओं को दसवीं व बारहवीं

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Jul 2018 09:21 PM (IST) Updated:Sun, 29 Jul 2018 09:21 PM (IST)
ग्रुप डी की परीक्षा तो पास कर गए, पर डिग्री ही थी फर्जी
ग्रुप डी की परीक्षा तो पास कर गए, पर डिग्री ही थी फर्जी

बोकारो :

झारखंड स्टेट ओपन स्कूल के नाम से फर्जी संस्था चलाकर युवाओं को दसवीं व बारहवीं का प्रमाण पत्र देने वाली इस स्कूल के संचालकों का कहीं पता नहीं चल रहा है। ओपन स्कूल से डिग्री लेकर रेलवे की परीक्षा पास करने वाले दर्जनों छात्रों का जीवन बर्बाद हो गया। राज्य माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस प्रकार के किसी भी बोर्ड के होने से इंकार कर दिया है। बताया जा रहा है राज्य के माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने तत्काल छापेमारी कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।

इधर, शनिवार को जब्त किए गए कागजात की जांच चल रही है। स्थानीय संचालक सुनील कुमार सिन्हा को अपना पक्ष रखने के लिए सोमवार को जिला शिक्षा कार्यालय में बुलाया गया है। यदि वह जिला शिक्षा कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष नहीं रखता है, तो उस पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। इसके लिए राज्य मुख्यालय ने सभी जिलों के उपायुक्त को पत्र भेजा है।

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मानव संसाधन विभाग दे चुका है नोटिस : संस्था का प्रमाण पत्र लेकर इधर-उधर आवेदन करने वाले युवाओं की सूचना के बाद केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार ने संचालक को नोटिस करते हुए 25 जुलाई तक जवाब मांगा था, लेकिन संस्था की ओर से अपना पक्ष नहीं रखा गया। सूत्रों का कहना है राज्य सरकार के मानव संसाधन विभाग को इस बात की कोई सूचना नहीं थी कि कोई इस प्रकार की संस्था का संचालन हो रहा है।

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अधिकारी हुए हैरान, तब शुरू हुई जांच : इस बोर्ड से परीक्षा पास कर दर्जन भर छात्रों ने ग्रुप डी की परीक्षा पास कर ली। जब प्रमाण पत्रों की जांच के लिए अलग-अलग रेलवे बोर्ड से मानव संसाधन विभाग को पत्राचार किया गया, तो यहां के अधिकारी हैरान रह गए। जांच प्रारंभ हुई तो पता चला कि इस प्रकार की कोई संस्था के संचालन की न तो अनुमति दी गई है और नही प्रमाण पत्र दिया गया है।

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रेलवे परीक्षा में चयनित कई छात्रों के प्रमाण पत्रों की जांच का प्रतिवेदन जब आया, तब इसके फर्जीवाड़ा का पता चला है। रांची व बोकारो के उपायुक्त को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। छात्रों के साथ फर्जीवाड़ा करने वालों पर कार्रवाई होगी। गड़बड़ी साबित होने पर इसके संचालक जेल भेजे जाएंगे। जो भी इसके शिकार हुए हैं, वे अपने जिले में शिकायत कर सकते हैं।

- उमाशंकर ¨सह, निदेशक माध्यमिक शिक्षा

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